विश्व में ब्राजील को फुटबाल का राजा माना जाता है। इसलिये 64 वर्षों के बाद विश्व कप फिर एक बार ब्राजील में आयोजित होगा, तो ब्राजिल के 12 शहर इसमें शामिल हुए हैं। ब्राजील के खेल मंत्री अल्दो रिबेओ ने कहा, ब्राजील एक बड़ा देश है, जहां कई राज्य हैं। इसलिये हमें आशा है कि ब्राजील के हर क्षेत्र को विश्व कप में शामिल किया जा सके। विश्व कप केवल एक राज्य या क्षेत्र में आयोजित नहीं होना चाहिये।
दक्षिण-पूर्वी ब्राजील के मिनास गेराइस राज्य की राजधानी बेलो होरिजोनडे स्थित एस्टाडियो मिनेरो स्टेडियम वर्ष 2014 विश्व कप के मुख्य स्टेडियमों में से एक है। यहां 60 हजार दर्शक मैच का मज़ा ले सकते हैं। और वर्ष 2014 विश्व कप के छह मैच यहां आयोजित होंगे। क्योंकि यह स्टेडियम ब्राजील के प्रसिद्ध डिजाइनर ओस्कर निएमेयेर द्वारा तैयार इमारतों में स्थित है, इसलिये सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण पर ध्यान देते हुए मिनेरो स्टेडियम के सुधार में कई चुनौतियां मौजूद थी।
कार्यक्रम के ऑल निर्देशक सेवेरिनो ब्राग ने कहा, जब हमने यह कार्यक्रम शुरू किया, तो हम जानते थे कि यह एक बहुत बड़ा कार्यक्रम है। और प्रोग्राम धीरे धीरे चलाने के साथ साथ हमने देखा कि यह हमारी कल्पना से और ज्यादा बड़ा है। हमारे सामने बड़ी चुनौती खड़ी हुई। क्योंकि मिनेरो स्टेडियम का क्षेत्रफल बहुत बड़ा है, लगभग 2 लाख वर्ग मीटर है। इसके अलावा, बाहरी दीवार सांस्कृतिक विरासत भी हैं। जिससे काम करने में बाधा पैदा हुई। इसलिये स्टेडियम का सुधार इसके निर्माण से और ज्यादा मुश्किल है।
मिनेरो स्टेडियम की स्थापना वर्ष 1965 में हुई। वह ब्राजील में दूसरी बड़ा फुटबाल स्टेडियम है। इसका इतिहास बहुत पुराना होने के कारण विश्व कप के मापदंड से मेल खाने के लिये इसमें बहुत सुधार की जरूरत है। उदाहरण के लिये दर्शकों की सीटों व स्टेडियम की छत आदि का सुधार। ब्राग ने कहा, हमने दर्शकों के लिये मैच देखने का अच्छा वातावरण चाहिए। क्योंकि इससे पहले दर्शक यहां ज़मीन पर सीधे बैठकर मैच देख सकते थे। लेकिन अब उनके लिये सीटें तैयार हैं। यही कारण है कि इससे पहले मिनेरो स्टेडियम में लगभग 1 लाख दर्शक एक साथ मैच देख सकते थे, पर अब केवल 60 हजार हैं। लेकिन दर्शक आराम से सीट पर बैठकर फुटबाल का मज़ा ले सकते हैं।
बहुत मुश्किलों के बावजूद और तीन साल का समय लगाकर लगभग 35 करोड़ डॉलर खर्च करके मिनेरो स्टेडियम ठीक समय पर तैयार हो सका और बजट भी नियंत्रण में रहा। जो अन्य स्टेडियमों के सुधार में एक मॉडल बन गया। इसके अलावा एक ग्रीन विश्व कप का आयोजन करने के उद्देश्य से मिनेरो स्टेडियम के सुधार कार्यक्रम में बेकार सामग्री का पुनःप्रयोग, ऊर्जा की किफ़ायत व पर्यावरण की संरक्षण आदि को देखा जा सकता है। उदाहरण के लिये स्टेडियम की छत में सौर ऊर्जा की सामग्री का प्रयोग और दूषित जल का पुनः प्रयोग आदि। कार्यक्रम के ऑल निर्देशक ब्राग ने संवाददाता को बताया, हमने पहले का लॉन नहीं छोड़ा है, और उसे कुछ संस्थाओं को दान के रुप में दिया। पहले की सीटें भी कुछ छोटे स्टेडियमों को दी हैं। रेन पाइप से संग्रह टैंक में इकट्ठा होकर फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है।
नए मिनेरो स्टेडियम में एक बड़ा बदलाव हुआ। इसके चारों ओर साइटसीइंग मंच का निर्माण किया गया। दर्शकों को यहां सारे शहर का दृश्य देखने का मौका मिल सकता है। 12 स्टेडियमों में यह एकमात्र है, जिसके पास साइटसीइंग मंच का डिजाइन किया गया। यह भी कार्यक्रम दल के लिये एक गर्व की बात है।
वर्ष 2012 के अंत में मिनेरो स्टेडियम के पुनर्निर्माण का काम संपन्न हुआ। हाल ही में यहां कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। स्टेडियम का संचालन सुचारु रूप से चल रहा है। और बेलो होरिजोंटे के स्थानीय फुटबाल फ़ैंस भी जोश से भरे हुए हैं। टियागो लेओ तो उनमें से एक हैं। स्टेडियम में प्रतियोगिता देखना उनके जीवन का एक हिस्सा है। नए मिनेरो स्टेडियम में प्रवेश करके दर्शक सफ़ेद सीटों व हरे घास के मैदान को देखकर आश्चर्यचकित हुए। एक फुटबाल फ़ैन के रूप में उन्होंने यहां प्रतियोगिता देखी है। उनके ख्याल से यहां सुरक्षा व सुविधा में बड़ा परिवर्तन हुआ है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि सबसे बड़ा बदलाव तो सुरक्षा में है। सुरक्षा व्यवस्था बहुत अच्छी है। हम कैमरे व अन्य मूल्यवान चीज़ें लेकर भी सुरक्षित महसूस करते हैं। इसके अलावा दर्शकों की सीटें बहुत आरामदेह हैं। यहां बैठकर हम अच्छी तरह से मैच देख सकते हैं। मुझे लगता है कि ये दोनों सबसे बड़े सुधार हैं।
चंद्रिमा