इस चर्च का निर्माण करीब 200 वर्ष पहले भारत में तमिलनाडू के हासन शहर में हेमवती नदी के किनारे बनाया गया था। करीब 25 वर्ष पहले यहां पर गोरूर बांध का निर्माण करवाया गया था, तब से हर वर्ष मानसून के दौरान यहां पानी भर जाता है जिसमें ये चर्च भी डूब जाता है। हर मानसून में यहां पर पानी भरता है और जब पानी यहां से जाता है तो इस चर्च का कुछ हिस्सा भी अपने साथ ले जाता है शायद ये सिलसिला तबतक जारी रहेगा जबतक कि चर्च का अंतिम हिस्सा भी पानी अपने साथ बहाकर न ले जाए। शायद मेरी (फोटोग्राफ़र की) इस तस्वीर से ये पता चल सकेगा कि मानव धरती पर क्या कुछ बनाता है और प्रकृति कैसे सबकुछ अपने साथ ले जाती है।