भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में 25 मई की शाम को नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर एक बड़ा हमला किया। जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं समेत 25 लोगों की मौत हुई, जबकि 32 घायल बताए जाते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी नेता परिवर्तन यात्रा संबंधी रैली से वापस लौट रहे थे। इसी दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जगदलपुर ज़िले की जीरम घाटी में कांग्रेस के कार काफिले पर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि हमला करने वाले नक्सलियों की संख्या लगभग 250 थी।
ख़बरों के मुताबिक पहले नक्सलियों ने पेड़ काटकर और पत्थर गिराकर सड़क अवरुद्ध की, फिर एक पुल को बारूदी सुरंग से उड़ाया। साथ ही ज़ोरदार फायरिंग की, जिसमें छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेंद्र कर्मा सहित कई लोग मारे गए। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और उनके बेटे का अपहरण कर लिया गया था, बाद में दोनों के शव जंगल से बरामद हुए। जबकि कांग्रेस के कद्दावर नेता विद्याचरण शुक्ल भी हमले में गंभीर रूप से घायल हुए हैं, उनका गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा है।
घटना के बाद भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह को फोन कर घटना की जांच करने को कहा। साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस घटना की निंदा करते हुए इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ हमला करार दिया।
अंजली