चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 19 मई से अपनी पहली विदेश यात्रा शुरू की। उनकी यात्रा का पहला पड़ाव भारत और दूसरा पड़ाव पाकिस्तान है।
नेपाली चीन अनुसंधान केंद्र के अध्यक्ष मदन रेग्मी ने हाल में काठमांडू में कहा कि चीन की नए सत्र की सरकार के प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने अपनी पहली विदेश यात्रा में भारत और पाकिस्तान को चुना, यह दक्षिण एशियाई देशों के लिए बहुत सार्थक है, जाहिर है कि चीन दक्षिण एशियाई पड़ोसी देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को उच्च महत्व देता है।
मदन रेग्मी लम्बे समय से चीन और भारत पर अनुसंधान करने वाले विद्वान हैं। उनके विचार में चीन और भारत के बीच कुछ मतभेद मौजूद होने के बावजूद दोनों पक्ष राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से कारगर रूप से समाधान करके द्विपक्षीय संबंध को उन्नत कर सकेंगे। रेग्मी ने कहा कि सवाल के समाधान में चीन ने ज्यादा सकारात्मक और आत्मविश्वास रूख दिखाया। यह क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए हितकारी है।
रेग्मी ने चीनी विद्वानों के हवाले से कहा कि दक्षिण एशियाई क्षेत्र के लिए चीन एक जिम्मेदाराना और विश्वसनीय पड़ोसी है। चीन की कार्रवाई न सिर्फ़ इस देश के हितों के लिए ही नहीं, बल्कि उसके पड़ोसी देशों के लिए भी मेल खाता है।
(श्याओ थांग)