20 मई को तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा से स्वायत्त प्रदेश के दूसरे बड़े शहर शिकाजे तक का रेल मार्ग यानी ल्हासा-शिकाजे रेल मार्ग को छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के साथ जोड़ा गया।
छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग समुद्र स्तर के हिसाब से विश्व में सबसे ऊंचा रेल मार्ग हैं। ल्हासा से शिकाज़े तक का रेल मार्ग इस पठारीय रेल मार्ग का विस्तार भाग है, जो कि वर्ष 2010 मे बनना शुरू हुआ था, और इसकी कुल लम्बाई 253 किलोमीटर है। ल्हासा-शिकाजे रेल मार्ग यालुचांगबू नदी के 90 किलोमीटर लम्बी घाटी क्षेत्र से गुज़रता है। अनुमान है कि इस रेल मार्ग की पटरियां बिछाने का काम इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा।
निर्माण परियोजना के अनुसार ल्हासा-शिकाजे रेल मार्ग पूर्व में ल्हासा स्टेशन से त्वेलोंग देछिंग, छ्युश्वेइ, नीमू, रनबू और पाइलांग आदि कांउटियों से होकर शिकाज़े तक पहुंचेगा।
रेल मार्ग का निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद शिकाज़े के केंद्र वाले दक्षिण तिब्बती क्षेत्र में यातायात की स्थिति बदलेगी और इसी क्षेत्र के परिवहन स्थिति और पूंजी निवेश के वातावरण में भी सुधार आएगा।
(श्याओ थांग)