हाल के कई वर्षों में चीन व भारत के बीच आर्थिक व व्यापारिक सहयोग में समृद्ध उपलब्धियां हासिल हुई हैं। दोनों देशों ने निर्माण उद्योग, बिजली, हाई टेक, ऊर्जा की किफ़ायत व पर्यावरण की संरक्षण तथा ऊर्जा आदि क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग किया है। और ज्यादा से ज्यादा चीनी उद्यम भारत में पूंजी निवेश करते हैं। 14 मई को हायर ग्रुप की दक्षिण एशिया शाखा के प्रधान ने हमारे संवाददाता को इन्टरव्यू देते समय भारत में हायर के विकास की वर्तमान स्थिति व अच्छी संभावनाओं की जानकारी दी।
भारत में हायर शाखा की स्थापना जनवरी 2004 में हुई। नौ वर्षों की कोशिश से हायर धीरे धीरे भारतीय बाजारों में विकसित हुआ, और भारतीय ग्राहकों के बीच लोकप्रिय भी हुआ है। प्रधान चिन फ़ू शिंग ने कहा कि हम हायर ग्रुप के स्थानीयकरण कायम हैं। और दिल्ली में मुख्यालय बनाकर मुंबई, बंगलौर व हैदराबाद समेत 32 बिक्री केंद्रों की स्थापना की गई। महाराष्ट्र में पुणे शहर डिजाइन व उत्पादन का आधार है, और बिक्री जाल पूरे भारत में फैला है। अब तक भारत में हायर की मार्केटिंग टीम में 405 कर्मचारी हैं, कारखाना टीम में 950 व्यक्ति हैं, और कुल मिलाकर संख्या 1355 तक पहुंच चुकी है।
अथक प्रयास व दिन-ब-दिन विकसित हो रही टीम के कारण हायर ने भारत में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की। चीन फ़ू शिंग ने कहा कि अब हायर कंपनी भारत में फ्रिज, वाशिंग मशीन, ए.सी., टीवी जैसे घरेलू उपकरण बेचती है। वर्ष 2012 में बिक्री आय 12 अरब 50 करोड़ रुपये है, यानी 21 करोड़ अमेरिकी डॉलर है। अनुमान है कि वर्ष 2013 में इसकी वृद्धि 43 प्रतिशत पहुंचेगी।
साथ ही हायर भारतीय उपभोक्ताओं द्वारा चुने गये सबसे विश्वसनीय 50 ब्रांडों में से एक बना, जो कि व्यापक ग्राहकों की पसंद बना।
19 मई को चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग भारत की यात्रा करेंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली यात्रा है। बेशक इसने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के विकास में एक सकारात्मक संदेश भेजा। चिन फू शिंग ने कहा कि उन्हें आशा है कि इस यात्रा से चीन व भारत के उपक्रमों के बीच सहयोग और मजबूत हो सकेगा, और चीन-भारत के आर्थिक व व्यापारिक संबंध और उन्नत होंगे।
हायर के अलावा शानतुङ बिजली निर्माण कंपनी समेत चीनी बिजली उत्पादन उपक्रम, ह्वावेई व चोंगशिंग आदि दूरसंचार उपक्रम भी भारत में अपने बिजनेस का विकास कर रहे हैं। उन्होंने भी भारत के बुनियादी सुविधाओं के निर्माण व सामाजिक विकास के लिये महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और वे दोनों देशों के आर्थिक व व्यापारिक आदान-प्रदान व गैर सरकारी आवाजाही में सक्रिय भूमिका अदा कर रहे हैं।
चंद्रिमा