चीनी राष्ट्रीय युवा संघ के प्रधान चो छांग ख्वेइ ने 13 मई को भारत से आए सौ युवा प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष, भारतीय युवा व खेल मंत्रालय की सचिव नीता चौधरी समेत प्रतिनिधिमंडल के मुख्य सदस्यों से भेंट की। दोनों ने चीन व भारत के बीच युवाओं के आदान-प्रदान आदि मामलों पर विचार-विमर्श किया।
चो छांग ख्वेइ ने कहा कि हाल के कई वर्षों में चीन व भारत के युवाओं के बीच आदान-प्रदान का पैमाना इतिहास में सबसे बड़ा है। यह दोनों देशों के नेताओं के आह्वान व प्रोत्साहन से अलग नहीं हो सकता। यह भी जाहिर है कि चीन व भारत के बीच आदान-प्रदान व सहयोग के विकास में व्यापक गुंजाइश व निहित शक्ति है। दोनों देशों के संबंधों का विकास युवा पीढ़ी पर निर्भर है। इसलिये ऐसी गतिविधि का आयोजन बहुत महत्वपूर्ण है। उन्हें विश्वास है कि भारतीय सौ युवा प्रतिनिधिमंडल की चीन यात्रा ज़रूर चीन व भारत दोनों देशों के नेताओं की यात्रा पर प्रकाश डालेगी।
नीता चौधरी ने कहा कि चीन व भारत बहुत क्षेत्रों में एक दूसरे के पूरक हैं। परंपरागत मुद्दों के सहयोग को गहन करने के साथ-साथ दोनों देशों को शिक्षा, खेल, पर्यटन, संस्कृति व मनोरंजन आदि पक्षों के सहयोग को भी मजबूत करना चाहिये। चीन व भारत के युवा हर साल होने वाली परस्पर यात्रा से बहुत अनुभव और ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। उनके विचार में प्रतिनिधिमंडल का हर सदस्य अपने-अपने देश में संस्कृति का प्रसार-प्रचार करने और मित्रता को मजबूत करने का एक दूत है। वे दोनों देशों के संबंधों के विकास में एक महत्वपूर्ण शक्ति भी बन सकेंगे। आशा है प्रतिनिधिमंडल की यह चीन यात्रा सफल होगी।
चंद्रिमा