भारत स्थित चीनी दूतावास में 10 मई को चीन जाने वाले भारत के 100 सदसीय युवा मंडल के लिए एक विशेष समारोह आयोजित हुआ, जिसमें चीनी राजदूत वे वे ने भाषण दिया।
वे वे ने अपने भाषण में कहा कि पिछले कुछ वर्षों में चीन और भारत दोनों देश द्विपक्षीय विश्वास बढ़ाने और मतभेदों को कम करने की कोशिश में लगे हैं। दोनों देशों को कुछ एक अप्रिय घटनाओं के प्रभाव को समग्र द्विपक्षीय संबंधों पर पड़ने नहीं देना चाहिए। उन्होंने विश्वास प्रकट किया कि चीन और भारत अवश्य ही समुचित रूप से सीमा-विवाद का निपटारा करेंगे और मैत्रीपूर्ण सहयोग करेंगे। उनका यह भी कहना है कि युवा पीढ़ी दोनों देशों के विकास का भविष्य है। उन्हें आशा है कि भारतीय युवा मंडल चीन में अपने लक्ष्य को सुभीते से प्राप्त करेगा।
भारतीय युवा मंडल की नेता, युवा और खेलकूद मंत्रालय की स्थाई सचिव नीता चौधरी ने कहा कि विगत दसियों वर्षों में चीन ने आर्थिक और शैक्षणिक क्षेत्रों में बड़ी उपलब्धियां प्राप्त की हैं। उन्होंने आशा जताई कि चीन और भारत के युवा लोग विभिन्न क्षेत्रों में परस्पर समझ को बढ़ाने के लिए अधिक विचार-विमर्श करेंगे और दोनों देशों के बीच मैत्री का सेतु बनाएंगे।
गौरतलब है कि भारतीय युवा मंडल 12 मई को चीन के लिए नई दिल्ली से रवाना होने वाला है।