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चीनी राज्य परिषद के प्रेस कार्यालय द्वारा आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन से मिली खबर के अनुसार प्रथम चीन-दक्षिण एशिया मेला 6 से 10 जून तक चीन के युन्नान प्रांत के खुनमिंग शहर में खुनमिंग आयात-निर्यात मेले के साथ आयोजित होगा। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि चीन-दक्षिण एशिया मेला चीन और दक्षिण एशियाई देशों के बीच बहु-स्तरीय और विस्तृत आदान प्रदान, और सहयोग के प्लेटफॉर्म की स्थापना करेगा।
पिछले वर्ष अक्तूबर में चीनी राज्य परिषद ने चीन-दक्षिण एशिया मेले के आयोजन का निर्णय लिया था। यह मेला हर साल खुनमिंग में आयोजित होगा। युन्नान प्रांत के उप-गर्वनर काओ शूश्वन ने कहा कि यह मेला चीन और दक्षिण एशियाई देशों के बीच आपसी लाभ वाले सहयोग करने का महत्वपू्र्ण सेतु, और चीन व दक्षिण एशियाई देशों द्वारा अन्य देशों के साथ आर्थिक और व्यापारिक आदान-प्रदान के विस्तार करने का महत्वपूर्ण प्लेटफार्म बनेगा। काओ के अनुसार,
चीन-दक्षिण एशिया मेला एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है। दक्षिण एशियाई देश, दक्षिण पूर्व एशियाई देश, पश्चिमी एशियाई देश, हिन्द महासागर के क्षेत्र और कुछ अफ्रीकी देश इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर अपने तैयार उत्पादन को चीन में आयात कर सकेंगे और उत्पादों की प्रदर्शनी से चीनी बाजार में प्रवेश कर सकेंगे। इसके साथ चीन भी अपने निर्मित उत्पादनों को दक्षिण एशियाई देशों और अन्य देशों को निर्यात कर सकेगा। इस प्लेटफार्म से कई क्षेत्रों के देश दक्षिण एशियाई और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में अपने व्यापार का विकास कर सकेंगे और व्यापारिक संतुलन को आगे बढ़ा सकेंगे।
चीन-दक्षिण एशिया मेले के आयोजन का कारण बताते हुए ली चिनचाओ ने बताया कि यह दक्षिण एशिया के उन्मुख चीन द्वारा खोला जाने वाला एक नया प्लेटफार्म है। उनके अनुसार,
परम्परागत खुनमिंग व्यापार मेले के आधार पर हम सेवा व्यापार का प्रसार करना चाहते हैं और कुछ क्षेत्रीय मंचों का आयोजन करना चाहते हैं। इसलिए मुझे विश्वास है कि चीन-दक्षिण एशिया मेले का पैमाना पहले के व्यापार मेले से बड़ा होगा। भविष्य में इसकी क्षमता का और विस्तार होगा। वह निर्मित उत्पादनों के आयात-निर्यात से बढ़ाकर सेवा उद्योग तक विस्तृत किया जाएगा। इतना ही नहीं वैज्ञानिक और तकनीक उत्पादकों का सौदा भी होगा।
परिचय के अनुसार पहली बार चीन-दक्षिण एशिया मेले में प्रदर्शनी, माल की खरीदारी सम्मेलन और सिलसिलेवार गतिविधियों का आयोजन होगा। दक्षिण एशियाई देशों और आशियान देशों की प्रदर्शनियों से विभिन्न देशों की श्रेष्ठता और विशेषताएं दिखायी गईं। चीन के अनेक देशों में आयोजित अन्य मेले की तुलना में युन्नान प्रांत के उप-गर्वनर काओ शूश्वन का मानना है कि चीन-दक्षिण एशिया मेले की सबसे बड़ी श्रेष्ठता क्षेत्रीय श्रेष्ठता है। काओ के अनुसार,
युन्नान प्रांत दक्षिण एशियाई देशों और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के पास है, इसलिए युन्नान ने पहले ही कोलकाता, ढाका, कोलंबो और काठमांडू से सीधी उड़ान शुरु की है। इसके अलावा युन्नान में परिवहन भी सुविधाजनक है।
हाल ही में चीन दक्षिण एशियाई देशों का प्रमुख व्यापार साझेदारी और विदेशी पूंजी का स्रोत देश बन चुका है, जबकि दक्षिण एशियाई देश चीन का महत्वपूर्ण विदेशी पूंजी देने वाला स्थल बन चुका है। आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2000 से 2012 तक चीन-दक्षिण एशियाई देशों के बीच व्यापार की कुल राशि 5.7 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 93 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंची है, जिसकी वार्षिक वृद्धि दर 26 प्रतिशत है। वर्ष 2012 के अंत तक चीनी कारोबार ने दक्षिण एशियाई देशों में कुल 1 खरब 6.4 अरब अमेरिकी डॉलर की पूंजी दी है, जिससे 70.1 अरब अमेरिकी डॉलर का लाभांश मिला। ली चिनचाओ ने कहा कि चीन और दक्षिण एशियाई देशों के आर्थिक, व्यापारिक संबंधों का भारी विकास होगा। भविष्य में युन्नान प्रांत व्यापार, पूंजी निवेश और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में दक्षिण एशियाई देशों के साथ आर्थिक और व्यापारिक सहयोग को मजबूत करेगा। ली के अनुसार,
हम चीन और दक्षिण एशियाई देशों के बीच व्यापार के पैमाने का विस्तार करेंगे। व्यापारी पैमाने का विस्तार करने के साथ साथ हम व्यापार के ढांचे को और सुधारेंगे। साथ ही हम दक्षिण एशिया से आयात भी करेंगे, ताकि चीन के साथ उन देशों के अनुकूल व्यापार संतुलन की समस्या का समाधान किया जा सकेगा।
परिचय के अनुसार चीन-दक्षिण एशिया मेले के दौरान चीन-दक्षिण एशियाई देशों के साथ आदान-प्रदान, सहयोग आगे बढ़ाने के लिए सिलसिलेवार व्यापारिक, व आर्थिक मंचों का आयोजन किया जाएगा और चीन एवं दक्षिण एशियाई देशों के सहयोग में मौजूद ठोस समस्याओं का हल किया जाएगा।
(श्याओ यांग)