पाक संघीय जांच ब्यूरो के वरिष्ठ अभियोजक चौधरी जुल्फिकार पर 3 मई को इस्लामाबाद में अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वे पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ केस की जांच कर रहे थे। उधर मुशर्रफ ने भी देश छोड़ स्वनिर्वासन की बात कही।
बेनजीर भुट्टो की मौत के लिए परवेज़ मुशर्रफ को ज़िम्मेदार माना जा रहा है। जब चौधरी जुल्फिकार अदालत में बेनजीर भुट्टो हत्याकांड के केस की सुनवाई करने अदालत जा रहे थे तब 3 या 4 बंदूकधारियों ने उन पर हमला किया और फरार हो गए। चौधरी जुल्फिकार को गंभीर चोट आई। उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन वहाँ उनकी मौत हो गई।
इस्लामाबाद और रावलपींडी के उच्च न्यायालय के वकील परिषद ने इस हमले का कड़ा विरोध किया। लेकिन अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सुरक्षा मामलों के चलते मुशर्रफ ने 3 मई को अदालत को प्रस्तुत आवेदन-पत्र में कहा कि बेनजीर भुट्टो के केस की सुनवाई में वे अदालत में उपस्थित नहीं होंगे।
(ललिता)