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चीन का पहला पर्यटन कानून पिछले हफ्ते विधिनिर्माण संस्था द्वारा पारित किया गया। यह 1 अक्तूबर से औपचारिक रूप से लागू किया जाएगा। चीनी राष्ट्रीय पर्यटन ब्यूरो ने 3 मई को खास विज्ञापन जार कर विभिन्न प्रांतों के पर्यटन ब्यूरो से इस कानून का मकसद एवं मुख्य विषय को अच्छी तरह समझने का आग्रह भी किया। वास्तव में पर्यटन कानून के पारित होने से चीनी पर्यटन के स्वस्थ विकास पर फिर एक बार लोगों का ध्यान केंद्रित हुआ है।
1 मई अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के दौरान कई दर्शनीय पर्यटक स्थलों के टिकट के दाम बढ़ गए। जिससे लोगों की यात्रा करने की सदिच्छा पर असर पड़ता है। ऐसी ही एक नागरिक सुश्री फ़ेन ने कहा, मुझे आशा है कि पर्यटक स्थलों के टिकट के दाम अधिक से अधिक युक्तिसंगत होने चाहिये और उन्हें लोगों की मांग को ध्यान में रखते हुए इतने दाम नहीं बढ़ाने चाहिये। ताकि ज्यादा-से-ज्यादा लोग छुट्टियों में पर्यटन पर जाने के लिए प्रोत्साहित हो सकें।
टिकट के बढ़ते दामों को देखते हुए पेइचिंग संयुक्त विश्वविद्यालय के पर्यटन कॉलेज के उपप्रधान प्रोफ़ेसर च्यांग लीन यून के विचार में दर्शनीय स्थलों के टिकट स्थानीय सरकार के लिए सबसे प्रत्यक्ष वित्तीय आय का स्रोत हैं। यही टिकट मूल्य की बढ़ोतरी का मुख्य कारण हैं। उन्होंने कहा, जिन दर्शनीय स्थलों कि बात हम कर रहे हैं उनमें प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक विशेषताएँ दोनों शामिल हैं। जिनके अधिकार स्पष्ट नहीं हैं। हालांकि, सिद्धांत एवं कानून के अनुसार उन पर जनता तथा देश का अधिकार है। लेकिन उनका प्रयोग अधिकार, संचालन अधिकार एवं उनसे प्राप्त लाभ का अधिकार कई विभागों के हाथों में हैं और बढ़ते मूल्यों का कारण स्थानीय वित्तीय स्थिति से भी संबंधित है। वर्तमान में अचल संपत्ति से स्थानीय सरकार को कम आय होती है। इसलिये वे पर्यटन के विकास से आय को उन्नत करने की कोशिश कर रहे हैं और दर्शनीय स्थलों के टिकटों के दाम को बढ़ाना उनके लिये सब से सरल व सुविधाजनक स्रोत है।
कुछ समय पहले पारित चीन के पहले पर्यटन कानून ने पर्यटन की गुणवत्ता को उन्नत करने के लिये कुछ सुनिश्चितता पेश की। इस कानून के आधार पर भविष्य में अगर किसी दर्शनीय स्थल के टिकट के दाम बढ़ाना चाहते हैं, तो इस बात की सुनवाई की जानी चाहिये और यह निर्णय छः महीने पहले लेना पड़ेगा। इसके अलावा कानून में पर्यटकों के बुनियादी अधिकार भी निश्चित किये गये।
लेकिन चीनी पर्यटन व्यवसाय कैसे स्वस्थ रूप से विकसित हो ? च्यांग लीन यून के विचार में चीन में पर्यटन संसाधन बहुत समृद्ध है। लेकिन परिपक्व विदेशी दर्शनीय स्थलों की अपेक्षा चीन की पर्यटन सेवा तथा इससे जुड़ी विचार-धारा बहुत कमजोर है, जो चीनी पर्यटन व्यवसाय की राह में रुकावट हैं। उन्होंने कहा, हमारे देश का क्षेत्रफल बहुत बड़ा है। न सिर्फ़ सांस्कृतिक संसाधन, बल्कि प्राकृतिक संसाधन, पर्यटन के लिए उपलब्ध सामग्री समृद्ध हैं। कई चीनी पर्यटकों ने विदेश यात्रा के बाद कहा कि चीन के बहुत दर्शनीय स्थलों की सुन्दरता विदेशों से कम नहीं है। लेकिन हमारी सेवा एवं प्रबंध बहुत खराब है। पर हम इसे क्यों नहीं बढ़ाएंगे? क्योंकि हमें पर्यटन के विकास में अच्छे साधन चाहिये। इससे संबंधित पक्षों को लाभ मिलना चाहिये।
च्यांग लीन यून ने कहा कि वर्तमान में अधिकतर चीनी पर्यटक बेहतर सेवा व अनुभव प्राप्त करना चाहते हैं। इसलिये नए चरण के शहरीकरण की प्रक्रिया में पर्यटन एक ऐसा अनवरत ठोस व्यवसाय बनना चाहिये, जिससे स्थानीय जनता को लाभ मिल सके।
चंद्रिमा