चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ह्वा छून इंग ने 2 मई को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अब चीन व भारत सीमा मामले पर घनिष्ठ संपर्क रखकर विचार-विमर्श में व्यस्त हैं। विश्वास है कि दोनों पक्षों को मैत्रीपूर्ण सहयोग संबंधों के विकास के साथ साथ दोनों देशों के बीच मौजूद मतभेदों व मामलों का समाधान करने की क्षमता भी होती है।
जब संवाददाता ने पूछा कि भारतीय मीडिया के अनुसार हाल ही में चीन व भारत के सेना पक्षों के बीच आयोजित तीसरा विचार-विमर्श विफल हुआ, जिससे दोनों देशों के संबंधों में शायद असर पड़ेगा। इस के बारे में चीन का क्या ख्याल है?तो ह्वा छून इंग ने कहा कि हाल ही में चीन व भारत की सीमा पर कुछ समस्याएं मौजूद हैं। दोनों पक्ष विचार-विमर्श द्वारा इस का समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे संपर्क से हम आपस में अच्छी तरह से समझ सकते हैं, और यह जल्द ही मामले का समाधान करने के लिये भी लाभदायक है।
उन्होंने यह भी कहा है कि चीन व भारत का सीमा मामला एक ऐतिहासिक मामला है। इस मामले से दोनों देशों के संबंधों के विकास में असर नहीं पड़ेगा। हमें विश्वास है कि चीन व भारत को दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण सहयोग संबंधों के विकास के साथ साथ मतभेदों व समस्याओं का समाधान करने की क्षमता भी होती है।
चंद्रिमा