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चीन का च्युचाइकाउ रमणीक स्थल का दौरा
2013-04-29 09:36:58
विश्व मशहूर पर्यटन स्थल चीन का च्युचाइकाउ रमणीक क्षेत्र दक्षिण पश्चिमी चीन के सछवान प्रांत के आपा तिब्बती व छांग जातीय स्वयत्त प्रिफेक्चर में स्थित है । चालीस किलोमीटर लम्बी पहाड़ी वादी में बड़ी संख्या में अनोखी घाटियां , झीलें , जलप्रताप , बर्फीली पर्वत तथा जंगलें बड़ा अनूठा प्राकृतिक सौंदर्य बनाए रखी हुई हैं । च्युचाइकाउ की पहाड़ी वादियों में बड़ी छोटी सौ से अधिक सुन्दर पहाड़ी झीलें फैली दिखाई पड़ती हैं , स्थानीय तिब्बतियों के शब्द में ये झील समुद्र सरीखी है , घनी जंगलों और झीलों के बीच विभिन्न जगहों पर नौ तिब्बती गांव आबाद है , च्युचाइकाउ का नाम अर्थात नौ गांवों की वादी इसी कारण से पड़ा है । पर कुछ स्थानीय लोगों के बीच यह किम्वदंती भी प्रचलित है कि कहा जाता है कि बहुत पहले एक ताक नामक देवता यहां रहता था , वह देवी वोलोशमो से बहुत प्यार करता था । एक बार ताक ने एक बेहद य्यारा व मूल्यवान आईना गिफ्ट के रूप में देवी वोलोशमो को भेंट किया । पर वोलोशमो ने असावधानी से इस आईने को तोड़ दिया , फिर आईने के टुकड़ों ने पर्वत व जगलों में गिर कर तालाबों का रूप लिया और यह जगह धीरे धीरे च्यु चाइ काउ के नाम से प्रसिद्ध होने लगा । इस जगह की रहस्यता यह भी है कि तिब्बती राजा सुंचांकांपू से जुड़ी हुई है ।

सुंचांकांपू के बारे में एक ऐतिहासिक कहानी आज भी प्रचलित है । सुना जाता है कि पुराने जमाने में तिब्बती राजा सुंचांकांपू इस क्षेत्र का शासन करता था , पर बगल में स्थित सुंफान क्षेत्र में रहने वाले लोग अक्सर उस का आक्रमण करते थे , मजबूर होकर सुंचांकांपू ने अपनी जनता का नेतृत्व कर सुंफान में हमलावरों के मुकाबले के लिये लड़ाई लड़ी । लड़ाई में विजय पाने के लिये सुंचांकांपू ने इसी क्षेत्र में एक बीस किलोमीटर लम्बा गुप्त रास्ता निर्मित किया । क्योंकि यह क्षेत्र समुद्र सतह से तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और आसपास घने विशाल आदित जंगल आछादित है , इसलिये सुचांकांपू ने इसी गुप्त रास्ते के माध्यम से हमलावरों को पराजित कर विजय पायी ।

च्यु चाइ काउ की सुन्दरता अनोखे जल स्रोतों से उत्पन्न हुई है , वहां की झीलों में पानी असाधारण रूप से स्वच्छ और पारदर्शी होता है , छोटी बड़ी सभी झीलों का जल सतह आइना की भांति स्वच्छ और चमकदार है । खास ताज्जुब की बात तो यह है कि झील का पानी रंग में एक दूसरे से अलग अलग झलकता है ।

पंच पुष्प ताल नामक झील च्यु चाइ काउ रमणीक क्षेत्र के बीचोंबीच स्थित है , इस झील का पानी पांच रंगों में बदलता रहता है , कभी वह पीले रंग में हो , तो कभी हरे रंग में , सब से ज्यादा आश्चर्यचकिल बात है कि उस का पानी अकसर नीलम के रंग में नीला दिखता है । पंच पुष्प ताल में पानी का रंग रोज परिवर्तनशील होता है , इस के रहस्य को खोलने के लिए सछवान प्रांत के भूतत्व सर्वेक्षण दल के वैज्ञानिकों के अनुसार पानी का अपने आप में कोई रंग नहीं होता है , जब किस समय आकाश बहुत साफ है , तो पानी में नीले और हरे रंग का प्रतिबिंब जोर पकड़ रहा है और पानी का रंग बहुत चटक और सुन्दर लगता है और नीले व हरे रंग में प्रतिबिंबित होता है

पंच पुष्प ताल के पानी परिवर्तनशील होने का एक दूसरा कारण यह है कि च्युचाइकाउ कर्स्ट भू-स्थिति वाले क्षेत्र में स्थित है , यहां की जल राशि में केलसियम के तत्व ज्यादा निहित होता है , जो नीले व हरे रंगों का प्रतिबिंब बढ़ा देता है ।

च्युचाइकाउ में झील तालाब के अलावा 17 जलप्रताप समूह भी है , यह संख्या चीन के समान किस्म के अन्य रमणीक क्षेत्रों में नहीं मिलती है . जल प्रतापों मे तीन सौ मीटर चौड़ा चन चु थान और नोरीलांग जल प्रताप सब से मशहूर है ।

च्य़ुचाइकाउ में रंगबिरंगी पहाड़ी झीलों , चशमों तथा जल प्रतापों के अलावा करीब तीस हजार हैक्टर की भूमि पर आदिम जंगलें भी देखने को मिलती है , जिन में दो हजार पांच सौ किस्मों की दुर्लभ आदिम वनस्पतियां उगती हैं ।

च्युचाइकाउ में पहाड़ी वादियां समुद्र सतह से एक हजार से लेकर पांच हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित है , अतः वहां का जलवायु शीतोष्ण कटिबद्ध से अर्ध सर्द कटिबद्ध तक के विभिन्न प्रकार के उपलब्ध होता है ।

पहाड़ी वादियों और तलहटियों में बड़ी संख्या में विभिन्न नस्लों व किस्मों के आदिम जीव जंतुएं और वनस्पतियां मिलते हैं । जिन में भीमकाय पांडा , सुनहरा बालों वाला बंदर और सिन्गल पत्ता घास आदि शामिल हैं , वहां राष्ट्रीय स्तर पर संरक्षित जीव जंतु और वनस्पतियां ही दर्जनों संख्या में है । उन जीव जंतुओं और वनस्पतियों के समर्थन से च्यु चा काउ का पारिस्थितिकी बहुत बेहतर सुरक्षित होती है और इस क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य की एक अलग पहचान बन गई है ।

च्यु चाइकाउ की यात्रा पर गए सभी पर्यटकों को यह समान अनुभव होता है कि वहां जंगल गजब की सुन्दर है , खास कर पेड़ों के पत्तों के रंग बहुत अनोखे दिखते हैं । जब शर्द का काल आया , तो च्यु चाइकाउ एक रंगीन दुनिया में बदल जाता है , सुर्य की किरणों में पत्तों का गाढ़ा लाल रंग और चटक पीला रंग पानी में प्रतिबिंबित होता है , उसे देखने में यो लगता है , मानो लोग पोराणीक लोक में प्रवेश कर गए हो ।

च्यु चाइ काउ का प्राकृतिक सौंदर्य उच्च कोटि का होता है . वह बहुत सौम्य है । यहां सुरक्षित आदिम जंगल एक विशेष मूल्य का प्राकृतिक धरोहर है । इस क्षेत्र में पर्यटक घुड़ सवार के रूप में तीस किलोमीटर लम्बे रास्ते पर जोखिम भरे सर्वेक्षण का मजा भी ले सकते हैं । इस बीच रास्ते के दोनों किनारों पर अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को मोह लेता है और पर्यटक बापस लौटना भी भूल जाते हैं । एक शब्द में कहे , तो च्यु जे को के सौंदर्य में ललित कला का मूल्य , वैज्ञानिक अनुसंधान का मूल्य तथा पारिस्थितिकी का मूल्य साथ साथ निहित है । वह कोई आम रमणीक स्थल नहीं है , वह विश्व स्तर का मूल्यवान प्राकृतिक अस्थित्व है ।

चीन के सुप्रसिद्ध प्राकृतिक सौंदर्य वाले क्षेत्र के रूप में च्यु चाइ काउ चीनी और विदेशी पर्यटकों का एक लोकप्रिय स्थल बन गया । तो आप पूछ सकते हैं कि इस जगह लोगों को मनमुग्ध करने वाला कौन सा सुन्दर दृश्य देखने को मिलता है . सच तो यह है कि च्यु चाइ काउ में साल के चार ऋतुओं में विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक सौंदर्य उपलब्ध होता है ।

जाड़ों के मौसम में च्यु चाइ काउ में पानी बर्फ में बदल जाता है और जल प्रपात भी शांत हो गया । पूरा रमणीक क्षेत्र सफेद सफेद बर्फ से आच्छादित हो गया , आकाश में कभी कभार शीतल और स्वच्छ बर्फ आहिसते आहिसते गिर रही है , यो हवा में घूम रही है , जैसा वसंत में विल्यो वृक्ष के रूईदार फुल उड़ रही हो । हवा में जो नाच रही है , पहाड़ों पर वह फैल रही है तथा झीलों की बर्फीली सतह पर आच्छादित हो रही है । हर जगह सफेदी ही सफेदी लिपी सी लगती है , यह सफेद दुनिया ,यह पवित्र लोक आप को जग के शोरगुल व परेशानी से दूर रहने का आभास देता है , आप का मानस और आप का हृद्य अनजाने में पवित्र हो जाता है ।

जाड़ों के मौसम में च्युचाइ काउ बर्फ की दुनिया बन जाता है , नोरिलांग जल प्रताप की उफनती लहर शांत हो गई , जो विशाल प्राकृतिक बर्फिली कलाकृति के रूप में परिणत हो गई , बर्फ की ये कुदरती कृतियों में से कोई परी की आकृति में हो , कोई बैल बकरी के रूप में हो , तो कोई सफेद रंग के फुलों के रूपाकार में हो , यह सब आप की कल्पना पर आधारित है । सर्दियों के दिन की धूप में च्यु चाइ काउ की बर्फीली धरती पर पर्वती चोटियां शौर्य-वीरों की भांति मुस्दैती में खड़ी सरीखी नजर आती है , मानो वह च्यु चाइ काउ पर पहरी दे रहे हो ।

तिब्बती जाति के विशेष शैली के तंबू , रंगबिरंगीन धार्मिक शुभसूचक झंडियां तथा तीर्थ पत्थर टीले भी शीतकालीन च्यु चाइ काउ के रहस्यमय और रोमांचक सौंदर्य को और शौभामय बना देते हैं । पर्यटक वहां तिब्बती निवासियों के घर में मेहमान के रूप में जा सकते हैं और उन का गर्म गर्म सुगंधित दुग्ध चाय और हल्का महक देने वाला जौ का मदिरा पीने का आनंद उठा सकते हैं । मौके पर उन्हें तिब्बती जाति का जोश से भरा नृत्य गान देखने को मिलता है ।

अच्छा श्रोताओ , अभी आप चीन के रमणीक प्राकृतिक पर्यटन क्षेत्र च्युचाइकाउ के अद्भुत सौंदर्य के बारे में एक रिपोर्ट सुन रहे थे, अगले हफ्ते के इसी कार्यक्रम में हमारी मुलाकात होगी , अब आप चाओ हवा को आज्ञा दे , नमस्कार ।

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