हाल में भारतीय मीडिया ने चीन और भारत के बीच सीमावर्ती इलाके में तथाकथित तनाव होने के संबंध में ख़बरें की। इस पर भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 27 अप्रैल को नई दिल्ली में कहा कि यह एक स्थान पर सीमित समस्या है, जिसका समाधान हो सकता है। सरकार इस मामले को ज्यादा तूल नहीं देना चाहती।
मनमोहन ने कहा कि सरकार के पास इस मामले को निपटने की योजना है। सरकार इसे ज्यादा तूल देना नहीं चाहती। हमें विश्वास है कि इस समस्या का उचित समाधान होगा। चीन के साथ वार्ता अब हो रही है। भारत सरकार ने मामले के शीघ्र समाधान के लिए विशेष कार्य दल स्थापित किया है, जिसका नेतृत्व सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मैनन करेंगे।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ह्वा छ्वुनयिंग ने 25 अप्रैल को कहा कि चीन भारत के बीच संपन्न शांति समझौते का पालन करता है। सीमांत क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने और वार्ता के जरिए ऐतिहासिक कारणों से पीछे छूट गए मामलों का समाधान करने में लगा है। चीनी सेना ने नियंत्रण रेखा को कभी पार नहीं किया। चीन को विश्वास है कि इस समस्या का उचित समाधान हो, ताकि चीन-भारत संबंधों का विकास बाधित न हो।
(ललिता)