अफ़गान तालिबान ने चेतावनी दी है कि अफगानिस्तान में अमेरिका का समर्थन करने वाली सरकार, विदेशी सैन्य अड्डों और दूतावासों के खिलाफ हमले किए जाएंगे। तालिबान का कहना है कि वे किसी भी तरीके से हमले करेंगे और उन्होंने करज़ई सरकार में काम करने वाले कर्मचारियों को जल्द काम छोड़ने की चेतावनी भी दी।
वर्ष 2001 के बाद हर साल वसंत के दौरान अफगान तालिबान वहां तैनात नाटो सेना, अफगान सरका, सेना और पुलिस पर हमले तेज़ करते हैं।
इस महीने से अफगान तालिबान के हमले में तेज़ी आई है। 3 अप्रैल को एक अदालत पर हमले में 53 लोग मारे गए और 90 घायल हुए। 6 अप्रैल को हुए दो हमले में 6 अमेरिकी नागरिक और 1 अफगान डॉक्टर की मौत हुई। अफगान तालिबान ने उक्त हमलों की ज़िम्मेदारी ली।
इस साल नाटो अफगानिस्तान से अपनी सेना वापस हटाएगा। ऐसे में अफगानिस्तान की सुरक्षा के सामने गंभीर चुनौती है। अमेरिका ने ताबिलान और अफगान सरकार के बीच समझौता करवाने की कोशिश की थी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
(दिनेश)