7 अप्रैल को वर्ष 2013 बोआओ एशिया मंच के वार्षिक सम्मेलन का उप मंच आयोजित हुआ, जिसका विषय विनिर्माण उद्योग की चिंता रखा गया। उपस्थितों ने चीन आदि उभरते विनिर्माण देशों में हुए विनिर्माण उद्योग के विदेशों में स्थानांतरण होने पर चर्चा की। भारतीय व्यापारी लोगों का मानना है कि भारत के विनिर्माण उद्योग में महान क्षमता है, जिसे इस बार के स्थानांतरण में लाभ मिलेगा।
श्रम लागत और कच्चे माल की कीमत में वृद्धि होने की वजह से कई विनिर्माण उद्यमों ने चीन से हटकर कम लागत वाली जगहों में कारखानों का निर्माण किया। भारत के महिन्द्रा ग्रुप के अध्यक्ष राजीव दुबे ने कहा कि भारत में विनिर्माण का विकास बड़े पैमाने पर नहीं हुआ। अब श्रम शक्ति का सिर्फ 12 प्रतिशत विनिर्माण उद्योग में मौजूदा है। इसलिए भारत को विनिर्माण उद्योग के इस बार के स्थानांतरण में लाभ मिलेगा। राजीव दुबे का मानना है कि सरकार को बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा करने के लिए लघु व मध्यम आकार के उद्यमों के प्रति लचीले कर टूटने वाली नीति अपनानी चाहिए।
(नीलम)