चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिगफिंग ने 7 अप्रैल को हाईनान प्रांत के बोआओ शहर में बोआओ एशिया मंच की चौथी परिषद के सदस्यों से भेंट की।
इस दौरान राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने कहा कि बोआओ एशिया मंच विश्व में एक बहुत प्रभावशाली आर्थिक मंच बन गया है। वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में सुधार और विकास हो रहा है। जिसमें एशियाई देशों के विकास की स्थिति बहुत अच्छी है। लेकिन बाहरी अर्थव्यवस्था के प्रतिकूल प्रभाव से पूरी तरह बचा नहीं जा सकता। वर्तमान वार्षिक सम्मेलन का मुख्य विषय "सुधार, ज़िम्मेदारी, सहयोग-- एशिया में समान विकास" है, जिससे एशिया के विकास की दिशा तय हुई है।
चिनफिंग ने उम्मीद जतायी कि वार्ता में परिषद के सभी सदस्य अपना सही और तीखे विचार पेश कर सक्रिय रूप से सुझाव दे सकेंगे। उन्हें आशा है कि यह मंच अपने उद्देश्य को आगे जारी रखकर एशिया और उभरते हुए देशों के विकास के सामने मौजूद महत्वपूर्ण समस्याओं पर ध्यान, एशिया की आर्थिक एकिकरण को आगे बढ़ावा और उभरते हुए देशों के विकास मे सहयोग दे सकेगा। ताकि क्षेत्रीय एकता व सहयोग और समान विकास के लिये और बड़े योगदान दिया जा सके। वहीं चीन इस मंच के विकास के लिये समर्थन और मदद देना जारी रखेगा।
साथ ही उन्होंने बल देते हुए कहा कि चीन दृढ़ता से शांतिपूर्ण विकास और आपसी लाभ वाला रास्ते पर चलता रहेगा। चीन की अर्थव्यवस्था में विकास होने से अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिल सकता है।
वहीं बोआओ एशिया मंच के चौथे परिषद के अध्यक्ष यासुओ फुकुडा ने परिषद के सदस्यों का प्रतिनिधित्व करते हुए राष्ट्राध्यक्ष शी चिगफिंग को बोआओ एशिया मंच में उपस्थित होने और चीनी सरकार को एशिया मंच पर समर्थन देने पर धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अब बोआओ एशिया मंच दिन प्रति दिन विश्व भर में प्रसिद्ध हो रहा है। मंच में उपस्थित लोगों की संख्या मे भी वर्ष दर वर्ष वृद्धि हो रही है। यह मंच एशिया और विश्व के अन्य क्षेत्रों के आर्थिक विकास को बढ़ाने के लिये प्रयास करेगा।
(रमेश)