22 से 30 मार्च तक चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने रूस, तन्जानिया, दक्षिण अफ्रीका और कांगो गणराज्य की राजकीय यात्रा की और ब्रिक्स देशों के पांचवें शिखर सम्मेलन में भी भाग लिया। यात्रा के बाद चीनी विदेश मंत्री वांग ई ने शी चिनफिंग की वर्तमान यात्रा का परिचय दिया।
वांग ई ने कहा कि यह चीन के नए नेतागण की प्रथम विदेश यात्रा है। यात्रा के दौरान राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने कुल 66 गतिविधियों में भाग लिया, 32 राज्याध्यक्षों और राजनयिकों से वार्ताएं कीं और 20 से ज़्यादा भाषण दिये। उन्होंने बहुदृष्टिकोणों से चीन की राजनीतिक नीति और महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डाला।
अंतर्राष्ट्रीय लोकमत ने शी चिनफिंग की प्रथम विदेशी यात्रा पर ज़्यादा ध्यान दिया और कई टिपणियां कीं।
शी चिनफिंग की प्रथम विदेशी यात्रा ने चीन और रूस के बीच अच्छे पड़ोसी के मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत किया है, चतुर्मुखी रणनीतिक साझेदारी संबंधों को प्रगाढ़ किया है, चीन-अफ्रीका परम्परागत मैत्री का प्रसार किया है। नवोदित बाजारों की शक्ति को एकजुट करके ब्रिक्स देशों के विकास को प्रेरित किया है।
वांग ई के अनुसार शी चिनफिंग की वर्तमान यात्रा का महत्वपूर्ण अर्थ है, जो चीन के आसपास स्थिरता की रक्षा करने, चीन के राजनीतिक आधार को प्रगाढ़ बनाने, बड़े देशों के बीच संबंधों को बेहतर करने और वैश्विक निपटारा प्रणाली की परिपक्वता के लिए लाभदायक है।
(श्याओयांग)