ब्रिक्स देशों का पांचवां शिखर सम्मेलन 27 मार्च को दक्षिण अफ्रीका के डर्बन में आयोजित हुआ। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिन फिंग ने ब्राजील, रूस, भारत और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं के साथ इसमें भाग लिया।
वर्तमान सम्मेलन का प्रमुख मुद्दा है "ब्रिक्स देश और अफ्रीका:विकास, एकीकरण और औद्योगिकीकरण के लिए साझेदारी की कोशिश में"। सम्मेलन में दो मुद्दों पर विचार-विमर्श हो रहा है। पहला मुद्दा है समावेशी विकास और वैश्विक प्रबंधन को बढ़ाना और दूसरा मुद्दा है विकास, एकीकरण और औद्योगिकीकरण के लिए साझेदार संबंध।
सूत्रों के अनुसार श्री शी चिन फिंग सम्मलेन में इन मुद्दों पर महत्वपूर्ण भाषण देंगे।
19 तारीख को श्री शी चिन फिंग ने ब्रिक्स देशों के मीडिया से कहा कि चीन इस की प्रतीक्षा में है कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्रिक्स देशों में साझेदार संबंधों को बढ़ाए, ब्रिक्स सहयोग व्यवस्था को परिपूर्ण बनाए, विभिन्न क्षेत्रों में आपसी वार्ता और सहयोग को मजूबत करे, व्यवहारिक सहयोग की निहित शक्ति को उन्नत करे और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एकजुटता, सहयोग और आपसी लाभ वाली सकारात्मक संदेश दे।
श्री शी चिन फिंग ने कहा कि चीन इसके लिए दक्षिण अफ्रीका का समर्थन करता है कि उसने 5वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष-देश के नाते ब्रिक्स विकास बैंक, विदेशी मुद्रा भंडार, उद्योग और वाणिज्य परिषद और टिंग टैंक भंडार की स्थापना को सम्मेलन के मुख्य एजेंड़ों में शामिल किया है। शी चिनफिंग ने इन क्षेत्रों में सकारात्मक प्रगति होने की आशा प्रकट की। उन्होंने कहा कि चीन अफ्रीका के साथ वार्ता और आदान-प्रदान को आगे बढाने, साझेदार संबंध की स्थापना करने, समान हित की रक्षा करने और समान विकास प्राप्त करने के पक्ष में है।