तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सांस्कृतिक विभाग से मिली खबर के मुताबिक इधर के कुछ सालों में तिब्बत ने बुनियादी सार्वजनिक सांस्कृतिक संस्थापनों के निर्माण पर जोर दिया है। अब स्वायत्त प्रदेश में सार्वजनिक सांस्कृतिक सेवा व्यवस्था दिन ब दिन संपूर्ण हो रही है, जिससे व्यापक किसानों और चरवाहों को लाभ मिला।
आंकड़ों के मुताबिक अब तक तिब्बत में गांववासियों के लिए 5451 पुस्तकालयों और भिक्षुओं-भिक्षुणियों के लिए विभिन्न मठों में 1700 पुस्तालयों की स्थापना की जा चुकी है। इससे जाहिर है कि सारे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों, पशुपालन क्षेत्रों और मठों में सार्वजनिक सांस्कृतिक सेवा व्यवस्था बुनियादी तौर पर कायम हुई है।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सांस्कृतिक विभाग के उप प्रधान रन शूछ्योंग के मुताबिक अब तक तिब्बत में स्वायत्त प्रदेश स्तरीय नागरिक कला भवन, सार्वजनिक पुस्तकालय, संग्रहालय, तिब्बती ओपेरी कला केंद्र का निर्माण किया जा चुका है। जिला स्तरीय 6 नागरिक कला भवनों, कांउटी स्तरीय 74 सांस्कृतिक केंद्रों की स्थापना भी की गई है। 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान तिब्बत 543 कस्बे स्तरीय सांस्कृतिक केंद्रों, 35 कांउटी स्तरीय लोककला मंडलियों के अभिनय स्थलों के निर्माण के लिए 1 अरब 50 करोड़ युआन की राशि लगाएगा। वर्तमान में 52 प्रतिशत का परियोजना निर्माण पूरा हो गया है।
(श्याओ थांग)