रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, तन्ज़ानिया के राष्ट्रपति जाकाया किक्वेट, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जूमा और कांगो के राष्ट्रपति सासू के निमंत्रण पर 22 मार्च को चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग चार देशों की यात्रा पर विशेष विमान से पेइचिंग से रवाना हुए। वे दक्षिण अफ्रीका के डर्बन में आयोजित होने वाले ब्रिक्स देशों के नेताओं के बीच पांचवीं बैठक में भी हिस्सा लेंगे। सीआरआई 63 भाषाओं के माध्यम से शी चिनफिंग की विदेश यात्रा का कवरेज कर रहा है, जिस पर विभिन्न देशों के श्रोताओं का ध्यान केंद्रित है।
रूसी नेटीजन बोरिस ने कहा कि चीन और रूस के बीच आवाजाही और सहयोग का इतिहास बहुत पुराना है। हाल के वर्षों में दोनों देशों ने एक दूसरे देश में राष्ट्रीय वर्ष मनाया है, जिससे द्विपक्षीय सहयोग का दायरा संस्कृति, शिक्षा और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में विस्तार किया जाता है। रूस और चीन को एक दूसरे की आवश्यकता है। रूस को एक आर्थिक रूप से समृद्ध पड़ोसी चाहिए, जबकि चीन को भी एक शक्तिशाली रूस की आवश्यकता है।
पाकिस्तान के श्रोताओं ने ई-मेल भेजकर विश्वास जताया कि चीन नए नेताओं के नेतृत्व में और शानदार उपलब्धियां हासिल करेगा।
अफ़गान श्रोताओं ने ई-मेल भेजकर शी चिनफिंग की यात्रा पर शुभकामनाएं दीं और आशा जताई कि नए नेताओं के नेतृत्व में चीन निरंतर और तेज़ विकास की गति को बनाए रखेगा, अफ़गानिस्तान को सहायता देना जारी रखेगा।
(श्याओ थांग)