रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग की रूस यात्रा से पहले रूसी समाचार एजेंसी इतर-तास को दिए एक इन्टरव्यू मे कहा कि रूस और चीन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में सबसे प्रभावशाली देशों में से हैं। संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्य हैं और विश्व के दो बड़े आर्थिक समुदाय भी है, इसलिए रूस और चीन के बीच रणनीतिक साझेदार संबंध का द्विपक्षीय महत्व के साथ वैश्विक महत्व भी है।
पुतिन ने कहा कि चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग रूस की राजकीय यात्रा करेंगे। चीन के नए राष्ट्राध्यक्ष की रूस यात्रा प्रथम विदेश यात्रा है, जिससे यह जाहिर है कि रूस और चीन के बीच विशेष रणनीतिक साझेदार संबंध है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में रूस-चीन संबंध का निरंतर विकास हो रहा है और वह इतिहास में विकास के सबसे अच्छे काल में है। दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास उच्च स्तरीय है। वे एक दूसरे के हितों का सम्मान करते हैं और केंद्रीय मुद्दों पर एक दूसरे का समर्थन भी करते हैं। रूस-चीन संबंध चतुर्मुखी और सही साझेदार संबंध है।
पुतिन ने जोर देते हुए कहा कि व्यवहारिक रूख से तात्कालिक मुद्दों का समाधान करना रूस और चीन ने एक उदाहरण की स्थापना की। मध्यपूर्व, उत्तर अफ्रीका की स्थिति, कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु सवाल और ईरान की परमाणु योजना से संबंधित सवालों के समाधान में दोनों देश उक्त सिद्धांत पर कायम रहते हैं।
ब्रिक्स देशों के विकास से रूस पर पड़े प्रभाव की चर्चा करते हुए पुतिन ने रूस का विचार स्पष्ट किया कि इस व्यवस्था में भाग लेना रूस की राजनयिक नीतियों की एक प्राथमिक दिशा है। इस साल रूस ने ब्रिक्स देशों की कायर्वाहियों में भाग लेने की परिकल्पना की पुष्टि की, जिसके अनुसार रूस, ब्राजिल, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के साथ सहयोग करने के रणनीतिक कार्य करने की पुष्टी की गई।