पाकिस्तान की यात्रा करने के बाद मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी ने प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करते हुए भारत की तीन दिवसीय यात्रा शुरू की है।
मोर्सी ने 20 मार्च को भारत-मिस्र व्यापार मंच पर कहा कि मिस्र के आर्थिक उत्थान बढ़ाने के लिये ब्रिक्स देशों में भाग लेने और भारत समेत नवोदित देशों के साथ सहयोग करने की उम्मीद जतायी। यहां तक कि मोर्सी को विस्तृत किये जाने वाले ब्रिक्स देशों के लिये नाम भी सूझ गया। पहले के ब्रिक्स पर मिस्र के अंग्रेज़ी नाम का प्रथम अक्षर E लगाया जाए, तो ई-ब्रिक्स हो जाएगा।
मोर्सी के अनुसार उन्हें इस महीने के अंत में दक्षिण अफ़्रीका में आयोजित ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने का आमंत्रण मिला है। उन्हें उम्मीद है कि शिखर सम्मेलन के दौरान सभी देश दक्षिण-दक्षिण निवेश बैंक के प्रस्ताव को बढ़ावा देंगे, ताकि विकासशील देशों में आधारभूत संस्थापन के निर्माण में मदद मिल सके।
मोर्सी मिस्र-भारत के आर्थिक व व्यापारिक सहयोग बढ़ाने और मिस्र में भारतीय पूंजी निवेश आकर्षित करने के उद्देश्य लेकर भारत की राजकीय यात्रा करे रहे हैं। दोनों पक्षों द्वारा जारी संयुक्त बयान के अनुसार दोनों देश व्यापार, निवेश, तकनीक तथा रक्षा सहित क्षेत्रों में सहयोग आगे बढ़ाएंगे और आगामी कई सालों में द्विपक्षीय व्यापार का पैमाना दोगुना करेंगे।(लिली)