22 से 24 मार्च तक चीनी राष्ट्राध्यक्ष शि चिनफिंग रूस की राजकीय यात्रा करेंगे। रूस स्थित चीनी राजदूत ली ह्वेई ने 18 मार्च को कहा कि शि चिनफिंग की इस यात्रा से जाहिर है कि चीन का नया नेतृत्वकारी समूह चीन-रूस संबंधों को भारी महत्व देता है। इस तरह से चीन-रूस संपूर्ण रणनीतिक साझेदार संबंधों के गहन विकास मे नयी व मज़बूत शक्ति आएगी।
ली ह्वेई के अनुसार एक दूसरे के सबसे बड़े पड़ोसी देश होने के नाते चीन और रूस एक दूसरे को विकास के लिये महत्वपूर्ण मानते हैं और सहयोग करने की प्राथमिकता देते हैं। राजनीतिक तौर पर चीन और रूस एक दूसरे की प्रभुसत्ता , सुरक्षा, प्रादेशिक अखंडता और विकास के लिये चुने गये रास्तो का सम्मान करते हैं। साथ ही चीन और रूस देश की स्थिरता को बनाये रखने, आर्थिक वृद्धि बढ़ाने और जन-जीवन सुधारने के लिये एक दूसरे की कोशिशों का समर्थन भी करते हैं। आर्थिक क्षेत्रों में चीन और रूस के व्यावहारिक आर्थिक और व्यापारिक सहयोग को गहन किया जा रहा है। चीन लगातार दो सालों से रूस का सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी रहा है।
ली ह्वेई ने कहा कि हाल में चीन और रूस अपने विकास के लिये अहम दौर से गुज़र रहे हैं। रूस विश्व व्यापार संघ (डब्ल्यू.टी.ओ.) का सदस्य देश बन गया है। चीन भी विकास के तरीकों में सक्रीय रूप से बदलाव ला रहा है। निवेश, ऊर्जा, हाई-टेक के नवीनीकरण समेत क्षेत्रों में चीन और रूस के सहयोग मे व्यापक गुंजाइश है। चीन और रूस एक दूसरे के पूरक माने जाते हैं।(लिली)