Web  hindi.cri.cn
ली खछ्यांग ने देशी विदेशी संवाददाताओं के प्रश्नोत्तर दिये
2013-03-17 15:16:00

12वीं एनपीसी के पहले सम्मेलन का संवाददाता सम्मेलन 17 मार्च को आयोजित हुआ। चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग और चार उप-प्रधानमंत्रियों ने देशी विदेशी संवाददाताओं से भेंट की, और उनके सवालों के जवाब दिये। ली खछ्यांग ने कहा कि चीन के सामने बहुत सी समस्याएं हैं। उनमें प्रमुख है अर्थव्यवस्था का निरंतर विकास, जनता के जीवन स्तर में सुधार, और समाज की निष्पक्षता। इन सवालों के समाधान के लिये तीन महत्वपूर्ण कदम उठाना आवश्यक है। वे हैं सृजनात्मक सरकार, स्वच्छ सरकार और कानून के अनुसार शासन करने वाली सरकार का निर्माण करना।

संस्थाओं का सुधार, सरकारी विभागों को कम करना, अधिकारों को उद्यमों को सौंपना और सरकारी कार्यों में परिवर्तन की चर्चा में ली खछ्यांग ने कहा कि सरकारी कार्यों में परिवर्तन इस बार के सुधार प्रस्ताव का केंद्र है। इसमें बहुत मुश्किल होने के बावजूद हम इसे बखूबी अंजाम करने के लिये दृढ़ संकल्प हैं।

ली खछ्यांग ने कहा कि वर्तमान में चीन के सुधार ने एक महत्वपूर्ण दौर में प्रवेश किया है। क्योंकि हितों का पुराना ढांचा बदलेगा। यह देश के भविष्य और राष्ट्र के भाग्य से संबंधित है। इसलिये हम सुधार की दिशा पर डटे रहकर वित्त और बजट व्यवस्था में सुधार, ब्याज दर और विनिमय दर में सुधार, आय बंटवारे की व्यवस्था में सुधार जैसे मुद्दों पर कायम रहेंगे।

चीन में शहरीकरण की चर्चा में ली खछ्यांग ने कहा कि चीन के शहरीकरण का पैमाना इतना बड़ा है कि वह मानव के इतिहास में अभूतपूर्व है। वह न सिर्फ़ चीन के विकास के लिये महत्वपूर्ण है, बल्कि विश्व को भी प्रभावित करेगा। शहरीकरण आधुनिकीकरण की आवश्यकता है, ये व्यापक किसानों की समान इच्छा भी है। वह उपभोग और पूंजी-निवेश को विकसित करने के साथ साथ ज्यादा रोजगार के मौके भी देगा।


भ्रष्टाचार पर ली खछ्यांग ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध चीन सरकार का संकल्प अविचल है। भ्रष्टाचार विरोधी व्यवस्था की स्थापना और सुधार होना चाहिये, ताकि भ्रष्टाचार करने वालों को कड़ी सज़ा मिल सके।

चीन-अमरीका संबंधों की चर्चा में ली ने कहा कि चीन-अमरीका संबंध दोनों देशों की जतना के मूल हितों से मेल खाते हैं, और विश्व के शांतिपूर्ण विकास के अनुकूल भी हैं। चीन की नई सरकार पहले की तरह चीन-अमरीका संबंधों पर बहुत ध्यान देगी, अमरीका के साथ सहयोग करके दो बड़े देशों के नवीन संबंधों की स्थापना करेगी।

चीन-रूस संबंधों की चर्चा पर ली खछ्यांग ने कहा कि चीन और रूस को व्यवहारिक सहयोग करके क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में आदान-प्रदान के साथ ही आपसी समन्वय को मजबूत करना चाहिये।

ली खछ्यांग ने बल देकर कहा कि शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर आगे बढ़ना, देश की प्रभुसत्ता और प्रादेशिक अखंडता की रक्षा करना चीन का दृढ़ संकल्प है। चीन एक बड़े विकासशील देश के रूप में अपनी अंतर्राष्ट्रीय जिम्मेदारी उठाना चाहता है, और विश्व के अन्य देशों के साथ 21वीं शताब्दी में विश्व शांति और समृद्धि की रक्षा की कोशिश करेगा।

(चंद्रिमा)

आप की राय लिखें
Radio
Play
सूचनापट्ट
मत सर्वेक्षण
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040