चीनी प्रधानमंत्री ली ख छ्यांग ने 17 मार्च को 12वीं एनपीसी के पहले सम्मेलन में संवाददाताओं से भ्रष्टाचार विरोधी मुद्दों पर उनके सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि चीन सरकार भ्रष्टाचार का ज़ोरदार विरोध करती है और अपने दृढ़ संकल्प के साथ भ्रष्टाचार को दूर करेगी। सरकारी अधिकारियों को जन सेवा करते हुए पैसे कमाने की लालसा नहीं रखनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार रहित सरकार की स्थापना के लिये पहले अधिकारियों को ईमानदार होना चाहिये। पैसे कमाना और जन सेवा करना दोनों अलग होना चाहिए। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चीन सरकार पूरे समाज और मीडिया की निगरानी स्वीकार करती है।
उन्होंने कहा कि चीन सरकार भ्रष्टाचार विरोधी तंत्र बेहतर बनाएगी, ताकि भ्रष्टाचार करने वालों को कड़ी सज़ा मिल सके।
इनके अलावा उन्होंने अपने कार्यकाल में सरकारी व्यय कम करने का वादा भी किया।
(दिनेश)