चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 17 मार्च को 12वीं एनपीसी के पहले सम्मेलन के संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन-अमरीका संबंध दोनों देशों की जनता के मूल हितों ही नहीं, विश्व के शांतिपूर्ण विकास से भी मेल खाता है।
ली खछ्यांग ने कहा कि चीन की नई सरकार पिछली सरकार की तरह चीन-अमरीका संबंधों को महत्व देती है। क्योंकि यह संबंध सबसे बड़े विकासशील देश और सबसे बड़े विकसित देश के बीच का संबंध है। हम ओबामा सरकार के साथ बड़े देशों के नवीन संबंधों की स्थापना करना चाहते हैं।
ली खछयांग ने कहा कि वे चीन और अमरीका के बीच मतभेदों से इन्कार नहीं करते। अगर दोनों देश एक दूसरे का सम्मान करने के साथ मतभेदों पर नियंत्रण करें तो समान हितों से लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि चीन-अमेरिका के हित एशिया-प्रशांत क्षेत्र पर केन्द्रित हुए हैं। इसलिये इसी क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा को मज़बूत किया जाना चाहिए। उन्होंने आशा जताई कि चीन-अमरीका एशिया-प्रशांत क्षेत्र में दो बड़े देशों के नवीन संबंधों की स्थापना कर सकेंगे, ताकि एशिया-प्रशांत क्षेत्र के साथ विश्व में शांति और विकास हो।
हैकर हमले की चर्चा में ली खछ्यांग ने कहा कि यह एक विश्व स्तरीय समस्या है। चीन भी ऐसे हमलों का शिकार है। चीन हैकर अटैक का कड़ा विरोध करता है।
(चंद्रिमा)