मनमोहन सिंह ने ली खछ्यांग को चीन का प्रधान मंत्री बने जाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि बीते कई सालों में भारत-चीन संबंध का चतुर्मुखी विकास हुआ है। विभिन्न क्षेत्रों में आदान प्रदान व सहयोग से निरंतर नयी प्रगतियां हासिल होती हैं। विश्व के पटल पर भारत व चीन समान विकास के लक्ष्यों को साकार कर सकेंगे। भारत चीन की नयी पीढ़ी के नेताओं के साथ उभय प्रयास करके आपसी लाभ वाले सहयोग की निहित शक्ति को खोजकर द्विपक्षीय संबंधों को आगे विकसित करेगा, ताकि भारत-चीन संबंध 21वीं शताब्दी में विश्व के पटल पर आदर्श बन सके।
ली खछ्यांग ने मनमोहन सिंह की बधाई पर आभार प्रकट किया और कहा कि चीन व भारत दो सबसे बड़े विकासमान एशियाई देश हैं। दोनों पुराने और उभरते बाजार के आर्थिक देश हैं। दोनों देशों के सामाजिक व आर्थिक विकास को साकार करना और अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था व अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली को न्यायपूर्ण व उचित दिशा में विकसित करना न केवल चीन व भारत की 2 अरब जनता बेहतर जीवन बिता सकेगी, बल्कि दुनिया के लिए भी महत्वपू्र्ण होगा। चीन पहले की तरह ही भारत के साथ संबंधों को महत्व देगा। चीन भारत के साथ द्विपक्षीय रणनीतिक सहयोग साझेदारी संबंधों को एक और नयी मंजिल पर ले जाने को तैयार है।
(श्याओयांग)