स्थानीय समयानुसार 11 मार्च को नयी दिल्ली में हुए बस गैंगरेप मामले के मुख्य आरोपी राम सिंह ने नयी दिल्ली के तिहाड़ जेल में आत्महत्या की। लेकिन उनके परिवजनों का मानना है कि वह आत्महत्या नहीं है। विशेषज्ञ दल ने 13 मार्च को राम सिंह के शव की जांच रिपोर्ट जारी की।
अखिल भारत चिकित्सा कॉलेज के विशेषज्ञ द्वारा संगठित जांच दल ने 13 मार्च को घोषणा की कि जांच-पड़ताल के परिणाम से यह साबित हुआ है कि राम सिंह ने गले में फांसी लगाकर आत्महत्या की है। क्योंकि उसके शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। साथ ही भारतीय वैध चिकित्सा विभाग इस बात की जांच करेगा कि राम सिंह को कहीं विष तो नहीं दिया गया था। इस के बाद मृतक के परिजन शव को वापस लेकर दाह संस्कार कर सकेंगे।
साथ ही शव की जांच रिपोर्ट भी नयी दिल्ली की स्थानीय अदालत में सौंपी जाएगी। न्यायाधीश ने कहा कि क्योंकि अभियुक्त की मृत्यु पुष्ट की गयी है, इसलिये राम सिंह पर लगाये गये सभी आरोप भी बेकार हो गये। अब अदालत अन्य संदिग्ध व्यक्तियों पर मुकदमे की सुनवाई करने की कोशिश करेगी। और जेल पक्ष ने भी अन्य संदिग्ध व्यक्तियों की निगरानी को मजबूत किया, ताकि ऐसी घटना फिर न हो।
चंद्रिमा