बांग्लादेश की राजधानी ढाका में 12 मार्च को जुलूस निकाला गया। इस के दौरान जुलूस पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई, और कई विस्फोट भी हुए।
12 मार्च को बांग्लादेश के विपक्ष दल के नेता ने एक दिन का राष्ट्रीय जुलूस निकालकर पुलिस को जनता पर धमकी देने का विरोध किया। जुलूस में प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कई देसी बम से भी ढाका में विस्फोट किया गया। अभी तक हताहतों की स्थिति पता नहीं है।
प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच राजधानी ढाका में और बाहर कुछ जगहों पर मुठभेड़ हुई। स्थिति को संभालने के लिये बांग्लादेश सरकार ने हजारों सुरक्षा-रक्षकों को वहां भेजा है। बांग्लादेश के सीमा बल से भी चार सौ सैनिक पुलिस की मदद देने के लिये वहां भेजे गये हैं।
12 मार्च को ढाका शहर में स्थित सभी स्कूल और दुकानें बंद रहीं। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर भी वीरानी छाई रही।
बी.एन.पी. के नेतृत्व में 18 विपक्षी पार्टियों ने इस जुलूस को निकाला, ताकि इस बात का जवाब दिया जाए कि 11 मार्च को पुलिस ने जनता को धमकी दी है। गौरतलब है कि 11 मार्च को पुलिस ने बी.एन.पी. के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार उसी दिन उन्होंने कम से कम दस देसी बमों को निष्क्रिय किया।
चंद्रिमा