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अमेरिकी बास्केटबॉल मंडल ने उत्तर कोरिया की यात्रा की
2013-03-06 20:04:07
अमेरिकी हार्लेम बास्केटबॉल टीम द्वारा संगठित और एन.बी.ए. के पूर्व बास्केटबॉल स्टार डेनिस रोडमैन के नेतृत्व वाले बास्केटबॉल प्रतिनिधि मंडल ने 26 फ़रवरी को प्योंग यांग में पहुंचकर बास्केटबॉल के मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान के लिये जनवादी कोरिया की एक हफ्ते की यात्रा शुरू की।

इस यात्रा की पृष्ठभूमि ऐसी है कि जनवादी कोरिया ने तीसरी बार भूमि के नीचे परमाणु परीक्षण किया, और अमरीका ने जनवादी कोरिया पर ज्यादा कड़े प्रतिबंध लगाने की कोशिश की। इसके प्रति कोरिया गणराज्य और अमेरिकी मीडिया ने रिपोर्ट दी। दक्षिण कोरिया की योंहप न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के उत्तर कोरिया पर ज्यादा कड़े प्रतिबंध लगाने की पृष्ठभूमि में यह यात्रा की गयी। दक्षिण कोरिया सरकार एन.बी.ए. के पूर्व स्टार की उत्तर कोरिया की यात्रा पर कोई चर्चा नहीं करेगी।

ए.पी. की रिपोर्ट के अनुसार रोडमैन गूगल के महानिदेशक एरिक स्चमित्त के बाद उत्तर कोरिया की यात्रा करने वाले दूसरे प्रसिद्ध अमरीकी व्यक्ति हैं। अमेरिका-उत्तर कोरिया के संबंधों में तनाव होने की स्थिति में रोडमैन एक गैर सरकारी दूत के रूप में उत्तर कोरिया के साथ खेल राजनीति करना चाहते हैं।

रोडमैन को छोड़कर प्रतिनिधि मंडल में हार्लेम बास्केटबॉल टीम के और भी तीन सदस्य शामिल हैं। साथ ही वी.आई.सी.ई. नाम की एक मीडिया कंपनी, जिसका मुख्यालय न्यूयॉर्क के ब्रूकलिन में स्थित है, की एक शूटिंग टीम भी वहां पहुंची। उनका उद्देश्य इस वर्ष के अप्रैल में एच.बी.ओ. फ़िल्म चैनल में प्रसारित की जाने वाली एक टेलेफ़िल्म की शूटिंग करना है। उत्तर कोरिया की यात्रा में उन्होंने स्थानीय युवा संगठन के लिये एक बास्केटबॉल शिविर संगठित करके स्थानीय टीमों के साथ प्रतियोगिता की।

रोडमैन एन.बी.ए. के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ डिफ़ेंडर हैं। और साधारण जीवन में वे एक असाधारण व्यक्ति बनना चाहते हैं। उनकी नाक, कान यहां तक कि मुंह पर भी रिंग्स सजाये जाते हैं और शरीर पर ध्यानाकर्षक टैटू भी उनकी विशेषता बन गयी है। सूत्रों के अनुसार उत्तर कोरिया की यात्रा में रोडमैन ने अपने टैटू को नहीं दिखाने का वचन दिया है, लेकिन वे रिंग्स को ज़रूर पहनते हैं।

उत्तर कोरिया के खेल जगत ने क्यों दोनों देशों के बीच तनाव होने की स्थिति में अमरीकी बास्केटबॉल प्रतिनिधि मंडल को निमंत्रण दिया?और क्या यह यात्रा जनवरी में अमरीका के न्यू मैक्सिको स्टेट के पूर्व प्रधान बिल रिचर्डसन और गूगल के महानिदेशक एरिक स्चमित्ट की उत्तर करिया की यात्रा से संबंधित है?

इसकी चर्चा में चीनी केंद्रीय पार्टी स्कूल के अंतर्राष्ट्रीय रणनीतिक अनुसंधान प्रतिष्ठान के कोरिया प्रायद्वीप मामले के विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर च्यांग ल्येन ख्वेइ का मानना है कि उत्तर कोरिया ने इसलिये एन.बी.ए. के प्रतिनिधि मंडल और इससे पहले बिल रिचर्डसन और एरिक स्चमित्ट को उत्तर कोरिया की निजी यात्रा करने का आमंत्रण किया, क्योंकि वह अमरीका-उत्तर कोरिया संबंधों के सुधार और उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार प्राप्त देश के स्थान की पुष्टि को बढ़ावा देना चाहता है। श्री च्यांग ने कहा,वास्तव में इससे उत्तर कोरिया और अमरीका के बीच संबंधों के विकास की दिशा साबित की गयी है। देखा जा सकता है कि उत्तर कोरिया लंबे समय से अमरीका के संबंधों के सुधार पर बड़ा ध्यान देता है। क्योंकि दीर्घकाल में अमरीकी सरकार ने हमेशा उत्तर कोरिया सरकार के साथ सीधे संपर्क रखने से इनकार किया है। इसलिये उत्तर कोरिया ने अमरीका के न्यू मैक्सिको स्टेट के पूर्व प्रधान बिल रिचर्डसन, अमरीकी स्टेंफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के परमाणु वैज्ञानिक हख, गूगल के महानिदेशक एरिक स्चमित्ट, और बास्केटबॉल टीम को उत्तर कोरिया की यात्रा करने का निमंत्रण दिया। यह साबित हुआ है कि उत्तर कोरिया विभिन्न तरीके से अमरीका के साथ राजनयिक संबंध रखने की कोशिश कर रहा है, ताकि अमरीका को विवश होकर उसे एक औपचारिक नाभिकीय देश को स्वीकार करना पड़ेगा।

रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले अमरीकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि रोडमैन की यह यात्रा एक निजी यात्रा है, जिसका विदेश मंत्रालय से कोई संबंध नहीं है। इसलिये यह यात्रा अमरीका-उत्तर कोरिया संबंधों पर क्या प्रभाव डालेगी?और अमरीकी सरकार ने क्यों इस यात्रा की चर्चा नहीं की ?इस पर चीनी जन विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय संबंध कॉलेज के उप प्रधान प्रोफ़ेसर किम छांग रोंग का मानना है कि अमरीका-उत्तर कोरिया संबंध अब बहुत दिलचस्प है। हालांकि गैरसरकारी आदान-प्रदान में उनके अपने अपने उद्देश्य होते हैं, लेकिन ये सभी दोनों देशों के आदान-प्रदान के लिये लाभदायक हैं।

अमरीका की ओर से उत्तर कोरिया के नाभिकीय हथियार के विकास पर अमरीका विरोध करता है, और बाद में धमकी देने के लिये सिलसिलेवार कार्रवाई भी की गयी। पर दूसरी ओर अमरीका-उत्तर कोरिया संबंध बहुत दिलचस्प है। सतही तौर पर देखा जाए, तो दोनों देशों के संबंध मैत्रीपूर्ण नहीं हैं। लेकिन वास्तव में वर्तमान में दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान ज्यादा है। अगर गैरसरकारी मंडल उत्तर कोरिया की यात्रा करना चाहते हैं, तो उन्हें अमरीकी सरकार की अनुमति प्राप्त करनी पड़ेगी। हालांकि उनका अपना अपना लक्ष्य होता है। उदाहरण के लिये न्यू मैक्सिको स्टेट के पूर्व प्रधान रिचर्डसन ने उत्तर कोरिया की यात्रा द्वारा अपने राजनीतिक प्रभाव को मजबूत करना चाहा। और स्चिमित्ट ने उत्तर कोरिया के बंद बाजार खोलने द्वारा अपनी सफलता हासिल करना चाहा। और उत्तर कोरिया के पक्ष में वह इन मौकों से लाभ उठाकर अमेरिका से संबंध रखकर अपनी अतंर्राष्ट्रीय छवि सुधारना चाहता है।

चंद्रिमा

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