चीन की सालाना दो बैठकों(एनपीसी व सीपीपीसीसी) पर भारतीय मीडिया का ध्यान खिंचा गया है, खास तौर पर चीन की रक्षा बजट पर।
दक्षिण भारत के समचारपत्र दिनामनी ने 6 मार्च को कहा कि वर्ष 2013 में चीन की रक्षा बजट में 7 खरब 20 अरब 16 करोड़ 80 लाख चीनी य्वान की व्यवस्था की गई है। विश्व के दूसरी आर्थिक शक्ति के रुप में उभरे चीन की रक्षा बजट हर साल बढ़ता जा रहा है। भारतीय सैन्य विशेषज्ञ ने कहा कि दक्षिण चीन सागर और पूर्व चीन सागर में चीन और दूसरे पड़ोसी देशों के बीच मतभेद की स्थित पैदा हुई है, इसलिए चीन की रक्षा बजट में वृद्धि एशिया प्रशांत क्षेत्र की स्थिरता में सक्रिय भूमिका अदा करेगी।
समाचारपत्र द हिन्दू के अनुसार नए नेताओं को चुनाव किया जाने के बाद चीन के अर्थतंत्र, शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्रों में परिवर्तन होंगे, जबकि रक्षा बजट की वृद्धि विश्वध्यानाकर्षक है, शायद इस से चीन के आसपास के क्षेत्रों की स्थिति में भी बदलाव आएगा।
(होवेइ)