12वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा(एनपीसी) के पहले अधिवेशन की प्रवक्ता फ़ू यिंग ने 4 मार्च को संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि चीन और जापान के बीच मतभेद मौजूद हैं, जिनका कारण अपेक्षाकृत स्पष्ट है। चीन को उम्मीद है कि वार्ता और विचार-विमर्श के माध्यम से मतभेदों व अंतर-विरोधों का निपटारा किया जाएगा।
फ़ू यिंग के अनुसार यह स्पष्ट तथ्य है कि त्याओयू द्वीप चीन की प्रादेशिक भूमि है। पिछले साल जापान सरकार की इस द्वीप को खरीदने की कार्यवाही दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों के स्थापित होने के बाद बनी सहमति का उल्लंघन है । सहमति न होने पर चीन को संयम बरतने का आधार नज़र नही आता। इसलिए चीनी समुद्री निगरानी पोत ज़रूर त्याओयू द्वीप के आसपास समु्द्री क्षेत्र में गश्त लगाने लगे हैं। (लिली)