बांग्लादेश की एक अदालत में 28 फरवरी को विपक्ष पार्टी जमात-ए-इस्लामी के नेता हुसैन सैयदी को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद देश के कई क्षेत्रों में भड़की हिंसा में अब तक कम से कम 9 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों घायल हुए हैं।
जमात-ए-इस्लामी के नेता हुसैन सैयदी पर वर्ष 1971 में बांग्लादेश की मुक्ति संग्राम में मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप लगे हैं। अदालत के फैसले का विरोध करते हुए जमात- ए- इस्लामी ने 28 फरवरी को पूरे देश में हड़ताल करने की घोषणा की। जमात- ए- इस्लामी के समर्थकों और पुलिसकर्मियों के बीच हिसंक संघर्ष हुए, जिससे 9 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए।
(दिनेश)