ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने अपनी भारत यात्रा के दौरान अमृतसर का दौरा किया। उन्होंने 1919 के जलियांवाला बाग कांड में ब्रिटिश सेना द्वारा भारतीयों पर गोलियां चलाए जाने पर 379 लोगों के शहीद होने पर अफसोस जताया। हालांकि उन्होंने इसके लिए माफी नहीं मांगी, जिसको लेकर भारतीय मीडिया में चर्चा थी।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री का इस स्थल का यह पहला दौरा है। इसके पहले ब्रिटिश महारानी और प्रिंस फिलिप भी यहां आ चुके हैं।
हालांकि कैमरन ने इस संबंध में एक स्मारक पुस्तक पर हस्ताक्षर किए। लेकिन उन्होंने माफी नहीं मांगी। कैमरन ने ब्रिटेन और भारत से भविष्य के लिए दोनों देशों के आर्थिक व व्यापारिक संबंधों का विकास करने की उम्मीद जताई।
(नीलम)