हाल ही में नेपाली अंतर्राष्ट्रीय एवं सामरिक अध्ययन संस्थान के निदेशक भास्कर कोइराला ने कहा कि नेपाल, चीन और भारत के बीच त्रिपक्षीय सहयोग से 2.5 अरब लोगों को स्थिरता व समृद्धि प्राप्त होगी।
कोइराला ने कहा कि नेपाल, चीन और भारत तीनों राष्ट्र अपनी जनता की समृद्धि और प्रगति चाहते हैं। तीन देशों के बीच सहयोग अंतरराष्ट्रीय सहयोग व क्षेत्रीय शांति बनाए रखने में अहम योगदान दे सकते हैं।
जनवरी 2013 में तीनों देशों से आए विशेषज्ञों और विद्वानों ने काठमांडु में नेपाली अंतर्राष्ट्रीय एवं सामरिक अध्ययन संस्थान द्वारा आयोजित एक विशेष बैठक में भाग लिया। तीन देशों ने विकास को बढ़ावा देने लिए अपने समान रुखों पर चर्चा की।
कोइराला का मानना है कि इस बैठक का उद्देश्य सीमा-पार ऊर्जा सहयोग, सुरक्षा, सीमा-पार अपराध से लड़ने, आपदाओं से निपटने के लिए सहयोग करने आदि मामलों को लेकर समाधान निकालना है।
सूत्रों के मुताबिक अगली त्रिपक्षीय बैठक पेइचिंग में आयोजित होगी।
(नीलम)