12 फरवरी को संसद में टे स्टेट ऑफ़ टे यूनियन देते हुए बराक ओबामा
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 12 फरवरी को संसद में टे स्टेट ऑफ़ टे यूनियन दिया। इस में उन्होंने आर्थिक मुद्दे पर जोर देकर कहा कि कर-वसूली प्रणाली में सुधार लाने, विनिर्माण-उद्योग के विकास को प्रोत्साहित करने और आधारभूत सुविधाओं के निर्माण में तेजी लाने जैसे कदमों के जरिए देश के आर्थिक विकास को बढावा दिया जाना चाहिए।
वित्तीय घाटे के बारे में उन्होंने कहा कि खर्च को कम करने और कर-वसूली को अधिक करने से वित्तीय घाटे की समस्या सुलझायी जानी चाहिए। उन्होंने वचन दिया कि वे वित्तीय घाटे में एक भी पैसे की वृद्धि होने नहीं देंगे। राष्ट्रीय अर्थतंत्र के सतत विकास को सुनिश्चित करने के लिए आबामा ने विनिर्माण-उद्योग की अहमियत पर खासा जोर दिया। नए ऊर्जा के संदर्भ में उन्होंने ऊर्जा की क्षमता को बढाने की अपील की और कहा कि आने वाले 20 वर्षों में देश में ऊर्जा के फ़िजूर खर्च को 50 प्रतिशत तक घटाने की कोशिश की जाएगी।
दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद ओबामा का यह पहला टे स्टेट ऑफ टे यूनियन है।