देश की राजधानी पेइचिंग में वसंतोत्सव के दौरान मंदिर-मेला सब से विशिष्ट आयोजन होता है। विभिन्न चहल-पहल वाले क्षेत्रों में मंदिर-मेले लोगों के आकर्षण का केंद्र हैं। बड़ी तादाद में लोग मेलों के दौरे पर आकर पेइचिंग के विशेष खाद्य-पदार्थ चखते हैं और परंपरागत शिल्प-वस्तुएं खरीदते हैं। पेइचिंग की कला-अनुसंधानशाला के शोधकर्ता और लेखक छ्यैन शी-मिंग ने कहा कि जब वो छोटे थे, तो वह हर साल वसंतोत्सव के दौरान जरूर पेइचिंग के सब से परंपरागत और सब से मशहूर छांग त्यैन मंदिर-मेले का दौरा करते थे।उन का कहना हैः ` पेइचिंगवासियों में यह कथन प्रचलित है कि छांगत्यैन मंदिर-मेला जाना चाहे, तो बड़े आकार वाले थांगहूलू साथ लेते हुए जाइए। ` थांगहूलू एक प्रकार की विशिष्ट चीनी मिठाई है, जो शुगर और छोटे-छोटे फलों से बनती है। ये फल छोटी स्टिक के जरिए एक दूसरे से जुड़े हैं। पहले इस तरह की स्टिक 5,6 इंच लम्बी थी और इस पर रंगबिरंगी झंडियां भी लगी हुई थीं। पवन-चक्र छांगत्यैन मंदिर-मेले की और एक विशेष वस्तु है। मेले में आप कभी ऐसी बहुत बड़ा पवन-चक्र देखने को मिल सकता हैं, जो दसियों छोटे-छोटे चक्रों से बनता है। पहले इस तरह के चक्र का वज़न बहुत ज्यादा था, उसे खरीदकर आप को कंधे पर लादकर वापस घर लेना पड़ता था।`
छांगत्यैन मंदिर-मेला वर्ष 2006 में राष्ट्रीय स्तर के अभौतिक सांस्कृतिक अवशेषों के प्रथम सूची में शामिल किया गया। गधे की चमड़े से बनने वाली शिल्पवस्तुएं, जो एक प्रकार के विशेष स्थानीय ऑपेरा में काम आती हैं, शाही डिजायन वाली लालटेनें, अखरोट से बनी सजावट-वस्तुएं और अन्य परंपरागत खेलने वाली चीजें भी मंदिर-मेले में मिलती हैं।
वसंतोत्सव मनाने के लिए अधिकांश चीनी लोग अपने अपने घरों को लालटेनों से सजित करते हैं। देश के मध्य भाग में स्थित हनान प्रांत के सू च्या-ज्वो नामक गांव में ड्रैगन की आकृति वाली दो लालटेनों को एक साथ नचाना वसंतोत्सव मनाने की एक विशेष गतिविधि है। इस तरह की एक लालटेन 40 मीटर लम्बी है और उस के जैसी दो लालटेनों को एक साथ नचाने के लिए कोई 700 लोगों की कोशिशें जरूरी हैं।
चीन के हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र में विक्टोरिया पार्क एक प्रमुख जगह है। हर साल वसंतोत्सव के दौरान इस पार्क में फूलों का मैला आयोजित होता है और इसकी ओर बहुत सारे लोग आकर्षित होते हैं। ह्वांग ता-श्यैन मंदिर भी हांगकांग की एक लोकप्रिय जगह है, जहां वसंतोत्सव के दौरान लगभग सभी हांगकांगवासी धूप-पत्तियां जलाकर परिजनों के स्वास्थ्य,सुरक्षा और खुशहाली के लिए पूजा करते हैं। हांगकांग में काम करने वाली मीडियाकर्मी लो क्वांग-फिंग ने हमारे संवाददाता से कहाः `कई लोग वसंत-त्यौहार की पूर्वसंध्या पर रात्री-भोजन करने के बाद सपरिवार फूल-मेला देखने के लिए लिक्टोरिया पार्क जाते हैं। वहां वे त्यौहार के लिए बनी विशेष शिल्पवस्तुएं और खाद्य वस्तुएं खरीदते हैं। कई लोग ह्वांग ता-श्यैन मंदिर जाते हैं और वहां वे घरवालों की खुशहाली के लिए धूप-पत्तियां जलाकर पूजा-अर्चना करते हैं। `
विदेशों में रहने,काम करने और पढ़ने वाले चीनियों को मातृभूमि या घर के स्नेहपूर्ण वातावरण का एहसास कराने के लिए वसंतोत्सव के दौरान देश के विभिन्न संस्कृति एवं कला कंपनियां भी विदेश जाकर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करती हैं। अमेरिका के लोस एंजलिस में वसंतोत्सव पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम देखना स्थानीय चीनियों की आदत बन गई है। वहां सालों से जीवन बिताने वाले छ्वी चैन-फिंग ने, जो प्रवासी चीनियों के एक संघ के अध्यक्ष हैं, हमारे संवाददाता से कहाः `लगातार कई सालों से देश के कलाकारों ने वसंतोत्सव के दौरान लोस एंजलिस आकर श्रेष्ठ प्रदर्शन किए है। अभी कुछ समय पहले देश के 3 सब से मशहूर शास्त्रीय गायक और न0.1 गायिका सुंग ज़ू-ईन ने भी यहां आकर उच्च स्तर के प्रदेशन किए। खुद हमारे प्रवासी चीनियों ने भी वसंतोत्सव मनाने के लिए एक विशेष मिलन-समारोह का भी आयोजन किया है।`
सूत्रों के अनुसार चीन के संस्कृति मंत्रालय और अन्य कुछ विभागों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित `चौथा हैपी स्प्रिंग फेस्टिवल` नामक गतिविधि दुनिया भर में चल रही है। 15 दिनों के इस वसंतोत्सव के दौरान दुनिया के 250 से अधिक शहरों में रंगारंग सांस्कृतिक आयोजन हो रहे हैं, जिनसे चीनियों के इस परंपरागत पर्व का विशेष आकर्षण झलकता है।