10 फरवरी को चीनी पंचांग के अनुसार नववर्ष का पहला दिन है, साथ ही तिब्बती पंचांग के अनुसार नववर्ष का शुरू होने से पहले का दिन भी है। इसी दिन तिब्बत में विभिन्न जातियों के लोग बीते वर्ष को अलविदा कहकर नए साल के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
सुबह जब सूर्य की पहली किरण ल्हासा के पोताला महल की सुनहरी छत पर बिखरी, तो शहर के कोने-कोने से आतिशबाजी और पटाखों की आवाज सुनाई पड़नी शुरु हुई। सड़कों के किनारे कार्यालय-भवनों, दूकानों और स्कूलों के द्वारों पर लटकी लालटनें और शुभकामनाओं वाले पोस्टर आकर्षण का केंद्र बना है। सड़कों पर घूमने वाले हरेक व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान दिखाई दी है और लोगों को एक दूसरे से नमस्ते कहते देखा गया है। उनमें विदेशी पर्यटक कम नहीं हैं।
तिब्बती नववर्ष तिब्बतियों का सब से बड़ा परंपरागत पर्व है। वह तिब्बती पंचांग के अनुसार हर साल पहले महीने के पहले दिन से 15वें दिन तक चलता है। पर्व के 15 दिनों में तिब्बती लोग खुशियां मनाने के लिए तरह-तरह के परंपरागत आयोजन करते हैं। इस साल तिब्बती नववर्ष जल-सांप वर्ष कहलाया जाता है, जो 11 फरवरी को शुरू होगा।