ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने 4 फरवरी को अफ़गान स्थिति को लेकर अफ़गान और पाक नेताओं के साथ मुलाक़ात की। तीनों पक्षों ने तालिबान से अफ़गान शांति वार्ता में शामिल होने की अपील की और सभी को उम्मीद है कि अगले छह माह में शांति वार्ता शुरू हो सकेगी।
कैमरन ने अफ़गान राष्ट्रपति हामिद करज़ई और पाक राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी के साथ उत्तर लंदन स्थित अपने घर में भेंट-वार्ता की। करज़ई और ज़रदारी ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि वे हरसंभव कोशिश कर आगामी छह महीनों में शांति साकार करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने तालिबान पर दोहा में कार्यालय स्थापित किए जाने का समर्थन किया।
कैमरन ने वार्ता के बाद कहा कि शांति वार्ता में तालिबान की भागीदारी होनी चाहिए। करज़ई और ज़रदारी ने यह भी सहमति जताई कि नाटो की सेना अफ़गानिस्तान से हटकर सुरक्षा सहयोग बढ़ाएगी। उन्हें आशा है कि व्यापार और सीमा प्रबंधन के बारे में दोनों देश समझौता संपन्न करेंगे।
(होवेइ)