भारत की राजधानी दिल्ली में गत् वर्ष 16 दिसंबर को एक युवती के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के पांच प्रमुख आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 13 आरोप लगाए हैं। लेकिन अदालत में संदिग्धों ने खुद पर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है।
आरोपियों के वकील ने 2 फरवरी को कहा कि सभी आरोपियों ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में एक घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करके सभी आरोपों से इन्कार किया। इन आरोपों में बलात्कार, हत्या, सबूत मिटाना और अपहरण आदि शामिल हैं।
न्यायाधीश 5 फरवरी से गवाहों का बयान सुनेंगे। दोषी पाए जाने पर इन पांचों आरोपियों को फांसी की सज़ा सुनाई जा सकती है। छठा आरोपी नाबालिग होने की वजह से किशोर न्यायालय में भेजा गया है। उसके दोषी पाए जाने पर उसे अधिकतम तीन साल की सज़ा मिल सकती है।
(नीलम)