हाल में सीआरआई हिन्दी वेबसाइट पर स्छवान और कानसू आदि प्रांतों में आत्मदाह की घटनाओं पर सुनवाई संबंधी रिपोर्ट पेश की गई। इस पर भारतीय नेटीजनों ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
दिल्ली के शाहिद आज़मी ने कहा कि आत्मदाह एक गंभीर मामला है। दूसरों को आत्मदाह के लिए उत्तेजित करना एक अपराध है, यह हत्या है। साथ ही आत्मदाह करने वालों को बचाने की कोशिश में बाधा डालना भी अपराध है। इस दृष्टि से चीन में अदालतों का फैसला सही है।
उत्तर प्रदेश के असलम अंसारी ने कहा कि हिन्दी वेबसाइट पर रिपोर्ट पढ़कर उसे तिब्बत में हुए आत्मदाह की घटनाओं की सच्चाई मालूम हुई। विदेश में संबंधित संगठनों के नियंत्रण में आत्मदाह मामलों की कार्रवाई आयोजित की जाती है। उन लोगों को सज़ा मिलनी चाहिए। उन्हें विश्वास है कि चीन सरकार ऐसे मामलों को सही ढंग से निपटेगी। इन वर्षों में चीन सरकार की कोशिश से तिब्बत में व्यापक बदलाव के साथ प्रगति हुई है।
(दिनेश)