अफ़गान रक्षा मंत्रालय के प्रतिनिधि दल ने 31 जनवरी को रक्षा मंत्री बिस्मिल्ला खान के नेतृत्व में पाकिस्तान का पांच दिवसीय दौरा शुरू किया। दोनों पक्षों ने वार्ता के दौरान सीमा क्षेत्र में सुरक्षा मज़बूत करने पर सहमति जताई।
अफ़गान प्रतिनिधि दल के मुताबिक, अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों में काम करने वाली महिला सदस्य विदेशों में काम करना नहीं चाहती हैं। लेकिन पाकिस्तान एक मैत्रीपूर्ण मुस्लिम देश है, ऐसे में वे पाकिस्ताना में काम करने की इच्छुक हैं।
बिस्मिल्ला खान ने कहा कि कई अफगानी पाकिस्तान में पढ़ाई करते हैं। इनमें ज्यादातर डॉक्टर और इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं। ऐसे में अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बल के सदस्य भी पाकिस्तान में काम करना चाहते हैं।
पाक सेना का कहना है कि वह अफगानिस्तान के साथ उच्च स्तरीय आवाजाही आगे बढ़ाते हुए आम चिंता के मसलों पर वार्ता जारी रखेगी।
(दिनेश)