हाल ही में चीन को भारत से पवन विद्युत जेनरेटर का एक बड़ा खेप निर्यात करने का ऑर्डर मिला है, चीनी पवन विद्युत जेनरेटरों को विदेशी बाज़ारों में मान्यता हासिल है।
इन जेनरेटरों का पहला खेप 3 फरवरी को शांघाई बंदरगाह से निर्यात किया जाएगा। अमेरिकी लारेंस बेर्केली राष्ट्रीय लाबोरेट्री की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में पवन बिजली की क्षमता 3 हज़ार गिगावॉट है, देश लम्बे समय से बिजली समस्या से पीड़ित है, इसका असर भारत की अर्थव्यस्था पर भी दिख रहा है। बिजली की कमी को दूर करने के लिए भारत अपारंपारिक ऊर्जा से बिजली उत्पादन बढ़ाने का प्रयत्न कर रहा है। विश्व पवन ऊर्जा संघ की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2011 में भारत ने 3019 मेगावॉट क्षमता वाले पवन बिजली जेनरेटर लगाए।
ध्यान रहे, एक गिगावाट एक हज़ार मेगावाट के बराबर, जबकि एक मेगावाट एक हज़ार किलोवॉट के बराबर है।
(श्याओ थांग)