गत् 18 जनवरी को वर्ष 2013 की स्नूकर मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल में शक्तिशाली खिलाड़ी जुद्द ट्रुम्प आश्चर्यजनक रूप से हारकर आउट हो गये। ट्रुम्प को स्नूकर की दुनिया में एक युवा लेंजेंड कहा जा सकता है। उन्होंने 14 वर्ष की आयु में सबसे अधिक 147 अंक हासिल किए हैं, जो स्नूकर के इतिहास में यह उपलब्धि प्राप्त करने वाले सबसे युवा प्लेयर हैं। पिछले साल उन्होंने ब्रिटिश चैंपियनशिप व चीन में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप दोनों महत्वपूर्ण टूर्नामेंट जीते। जिससे वे एक प्रमुख खिलाड़ी बन गये। इस बार की स्नूकर मास्टर्स के पहले दौर में वे 3:5 से अपने प्रतिस्पर्द्धी के पीछे थे, लेकिन बाद में उन्होंने जीत हासिल कर ली। लेकिन स्कॉटलैंड के खिलाड़ी ग्रेम दोत्त के साथ हुए मैच में उनके भाग्य ने साथ नहीं दिया। और अंत में वे 1:6 से हार गये। ट्रुम का मानना है कि यह उनके कैरियर में सबसे बुरा प्रदर्शन है।
उन्होंने कहा, आज मुझे कोई अच्छा अनुभव हासिल नहीं हुआ। मैच की शुरुआत से ही स्थिति अच्छी नहीं थी, हालांकि मैंने जीत के लिये बहुत कोशिश की है। लेकिन प्रतिद्वंद्वी प्लेयर दोत्त ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। पहले दौर में उन्होंने मुझ पर ज्यादा प्रेशर नहीं डाला, तो मैं इससे निपट सकता था, लेकिन बाद में उन्होंने आक्रामक खेल दिखाया, इसलिए मैं हार गया। मैंने अपनी ओर से पूरी कोशिश की, लेकिन मैं हार नहीं टाल पाया। यहां मैं सिर्फ दोत्त को बधाई देना चाहता हूं। क्योंकि आज उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाकर चैंपियनशिप जीत ली।
इस प्रतियोगिता में हारने से ट्रुम्प बहुत निराश हैं, लेकिन उन्हें लगता है कि इससे पूरे सीज़न पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस पर उन्होंने कहा, पिछले सीज़न में मैंने लगातार बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि ब्रिटेन टुउर के दौरान मुझे बहुत कम अंक हासिल हुए, पर बाद में मैंने जीत हासिल की। क्योंकि प्रतियोगिता का सीज़न बहुत लंबा है, इसलिये हारने की संभावना भी होती है। लेकिन महत्वपूर्ण प्रतियोगिता में हारने से मैं बहुत निराश हूं। घर वापस लौटने पर मैं इस बात को बिल्कुल भूल जाउंगा। क्योंकि और ज्यादा मैच खेलूंगा, उनमें कई अहम चैंपियनशिप भी शामिल हैं।
इस प्रतियोगिता के विजेता दोत्त के अनुसार विश्व के दूसरी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी ट्रुम्प के सामने उन पर कोई प्रेशर नहीं था। पर इतने बड़े स्कोर से जीतने पर वे भी आश्चर्य में हैं। उन्होंने कहा , मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैंने 6:1 के अंतर से उन्हें हरा पाउंगा। प्रतियोगिता के शुरू में प्रतिस्पर्द्धा बहुत कड़ी थी। यह सच बात है कि अगर आप खेलते समय अपने प्रतिद्वंद्वी पर ज्यादा ध्यान देते हैं तो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। अगर आपके दिमाग में सिर्फ यह विचार होता है कि मुझे इस मौके पर अच्छा प्रदर्शन करना है तो शायद अपने आप पर ज्यादा दबाव डालेंगे।
हालांकि दोत्त ने यह प्रतियोगिता जीत ली है, लेकिन उन्होंने ट्रुम्प की तकनीक की बहुत तारीफ की। उन्होंने कहा, विश्व चैंपियनशिप में उनके खेलने की शैली बहुत अलग और अच्छी है। लगातार इतना अच्छा प्रदर्शन करना बहुत मुश्किल है। मुझे लगता है कि उन्हें हमेशा इसी शैली में खेलना चाहिये। नए प्रयोग करने पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। क्योंकि उनकी शैली एकदम नेचरल है।
वैस दोत्त भी एक प्रसिद्ध खिलाड़ी हैं। उन्होंने वर्ष 2006 की विश्व चैंपियनशिप जीती, उन्होंने 11 बार स्नूकर मास्टर्स में भाग लिया, पर इस साल वे पहली बार क्वार्टर फाइनल में पहुंचे। अगले मैच में उनके सामने मार्क विलियम्स या मार्क सेलबी होंगे। इन दोनों की चर्चा में दोत्त ने कहा, मुझे जीतने की खुशी है, इसलिये इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। यह कोई मुद्दा नहीं है कि मैं किसके साथ खेलूंगा। वे दोनों बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं, उनके बीच बड़ा फर्क नहीं है। और उनके साथ खेलना हमेशा चुनौता भरा होता है।