नेपाली छात्रों के शीत कालिन शिविर का समापन समारोह 22 जनवरी को नेपाल में आयोजित हुआ। नेपाल स्थित चीनी राजदूत यांग होन लान ने इस समारोह में भाग लिया और शिविर में शामिल सभी छात्रों व शिक्षकों को प्रमाण पत्र दिए।
यांग होन लान ने भाषण देते हुए कहा कि चीन व नेपाल दोनों देशों की संस्कृति व इतिहास समृद्ध है। और दोनों देश एक-दूसरे की संस्कृति में रुचि रखते हैं।
पिछले कुछ सालों में चीन-नेपाल के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों के गहरा विकास होने के साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा नेपाली लोग चीनी भाषा व संस्कृति सीखना चाहते हैं। उन्हें विश्वास है कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से चीन-नेपाल समान समृद्धि और प्रगति की राह पर अग्रसर होंगे।
साथ ही यांग होन लान के मुताबिक, शीत कालिन शिविर में शामिल सभी छात्र युवा हैं जो भविष्य में देश को आगे लेकर जाएंगे तथा द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने की जिम्मेदारी निभाएँगे। उम्मीद करते हैं कि दोनों देशों के युवाओं के बीच आदान-प्रदान के माध्यम से वे एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे और पारस्परिक सहयोग को आगे बढ़ावा देंगे।
वर्तमान शीत कालिन शिविर 15 से 22 जनवरी तक आयोजित हुआ, जिसमें नेपाल के 50 से अधिक स्कूलों के 50 छात्र शामिल हुए।
अंजली