हाल में दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार मामले की पहली सुनवाई 21 जनवरी को फास्ट ट्रैक कोर्ट में शुरू हुई।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक न्यायाधीश ने 17 जनवरी को हुई सुनवाई के दौरान दिल्ली गैंगरेप मामले को फास्ट ट्रैक अदालत को सौंपने का फैसला किया। इसके बाद 21 जनवरी को सुनवाई बंद कमरे में हुई। मीडिया को अदालत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई।
दूसरी रिपोर्ट के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने 21 जनवरी को अभियुक्त के वकील द्वारा इस मामले को दिल्ली से बाहर ले जाने की मांग पर विचार करने की बात कही।
गौरतलब है कि पिछले महीने हुई इस घटना में पांच संदिग्धों पर हत्या, रेप और लूट आदि के आरोप लगाए गए हैं। उन्हें फांसी की सज़ा भी मिल सकती है। एक संदिग्ध की उम्र 18 वर्ष से कम बताई जाती है।
(नीलम)