दोस्तो, 10 व 11 जनवरी को टोक्यो के गवर्नर इनोस नाओकी ने टोक्यो ओलंपिक आवेदन समिति के प्रतिनिधिमंडल के साथ ब्रिटेन की राजधानी लंदन जाकर प्रचार किया। जापानी मीडिया के अनुसार वर्तमान में ओलंपिक के आवेदन को लेकर जापानी नागरिकों का समर्थन बढ़ रहा है। लेकिन फुकुशिमा द्वीप की नाभिकीय दुर्घटना का प्रभाव एक चिंतित मुद्दा बना हुआ है।
गौरतलब है कि टोक्यो, इस्तांबुल और मेड्रिड ने अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति को वर्ष 2020 ओलंपिक का आयोजन करने की आवेदन रिपोर्ट पेश की। और वर्ष 2020 ओलंपिक के तत्वावधान अधिकार की प्रतिस्पर्द्धा अंतिम दौर में पहुंच गयी। 10 जनवरी को टोक्यो ओलंपिक आवेदन समिति ने लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। टोक्यो के गवर्नर, ओलंपिक आवेदन समिति के अध्यक्ष इनोस नाओकी ने कहा है कि टोक्यो विश्व के दर्शकों व खिलाड़ियों को अद्वितीय और अविस्मरणीय अनुभव दे सकेगा।
दोस्तो, जैसा कि हम जानते हैं कि वर्ष 2011 में जापान में परमाणु दुर्घटना हुई, इस घटना का टोक्यो की दावेदारी पर बुरा असर पड़ सकता है। हालांकि इस पर नाओकी ने कहा कि टोक्यो में नाभिकीय विकिरण की मात्रा लंदन की तरह है। 12 जनवरी को जापान वापस लौटे नाओकी ने हवाई अड्डे पर मीडिया से कहा कि इस बार के प्रमोशन ने जापान यहां तक कि विश्व पर अच्छा असर डाला है, जो ओलंपिक के आवेदन में टोक्यो का समर्थन बढ़ाने की दिशा में ठीक होगा। उन्होंने यह भी कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति पर भी प्रभाव डालेगा, इसलिये विदेश में प्रसार-प्रचार बहुत महत्वपूर्ण है।
टोक्यो ओलंपिक आवेदन समिति ने 8 जनवरी को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति को दी गयी आवेदन रिपोर्ट जारी की। इसके मुताबिक टोक्यो के ओलंपिक गांव में 85 प्रतिशत व्यायामशालाओं की स्थापना की जाएगी। ओलंपिक के लिये टोक्यो ने 3 खरब जापानी येन यानी 21 अरब रनमिनबी का बजट तैयार किया है। घाटा होने की स्थिति में केंद्र सरकार वित्तीय सुनिश्चितता देगी। अनुमान है कि ओलंपिक 24 जुलाई से 9 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। टोक्यो ने वर्ष 1964 में आयोजित ओलंपिक की मुख्य व्यायामशाला को एक लाख 80 हजार दर्शकों सहित एक नया रूप देने की योजना बनायी है, ताकि वहां उदघाटन व समापन समारोह आयोजित किया जा सके।
यहां बता दें कि जापानी जनता टोक्यो में ओलंपिक आयोजित किए जाने का पूरा समर्थन कर रही हैं। लेकिन स्थानीय मीडिया का कहना है कि अन्य दो शहरों की तुलना में टोक्यो में ओलंपिक आवेदन की समर्थन दर काफ़ी नहीं है। पिछली बार जब टोक्यो ने वर्ष 2016 ओलंपिक का आवेदन किया, तो दर केवल 56 फीसदी थी, जो चार शहरों में सबसे कम है। वह भी ओलंपिक के आवेदन में टोक्यो के पिछड़ने की प्रमुख वजह है। पिछले वर्ष मई में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मेड्रिड में ओलंपिक आवेदन की समर्थन दर 78 प्रतिशत है, और इस्तांबुल में 73 फीसदी। इनके मुकाबले टोक्यो में महज 47 प्रतिशत है।
गौरतलब है कि लंदन ओलंपिक में जापान ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया, और 38 पदक प्राप्त कर एक नया रिकॉर्ड कायम किया। दूसरी ओर जापानी मीडिया ने ओलंपिक का प्रसार-प्रचार किया, जिससे ओलंपिक के प्रति जापानी जनता का उत्साह फिर बढ़ रहा है। पिछले वर्ष अक्तूबर में टोक्यो ओलंपिक आवेदन समिति द्वारा आयोजित एक सर्वे में टोक्यो के नागरिकों की समर्थन दर 65 प्रतिशत तक पहुंच गयी। और देश भर में जनता की समर्थन दर भी 64 प्रतिशत रही। जापानी ओलंपिक समिति के प्रधान ने कहा कि वे समर्थन दर बढ़ाने के लिए ज्यादा काम करेंगे, ताकि यह 70 प्रतिशत तक पहुंच सके।