चीनी स्टेट कॉउसलर डाए बिंग क्वो ने 10 जनवरी को नयी दिल्ली में ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के लिए आयोजित तीसरी बैठक में भाग लिया और ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने की अपील की।
अपने भाषण में डाए बिंग क्वो ने कहा कि वर्तमान समय में विश्व में महत्वपूर्ण व मौलिक बदलाव हो रहे हैं। विभिन्न महाद्वीपों में नवोदित आर्थिक समुदायों व विकासशील देशों की तेज़ वृद्धि अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था व अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को बढ़ावा देने और वैश्विक आर्थिक विकास की मुख्य शक्ति बन गए हैं। जो बहुध्रुवीय दुनिया व अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के लोकतंत्रीकरण पर दिन-ब-दिन ज्यादा विस्तृत व महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। वर्तमान स्थिति में ब्रिक्स देशों के बीच एकजुटता के विचारों, सहयोग और जीत की स्थिति को बढ़ावा देने के अपने तरीकों द्वारा विकास की संभावना और आपस में सहयोग पर विश्वास करना चाहिये। अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों में एक दूसरे की सहायता करना, अंतर्राष्ट्रीय न्याय की रक्षा करना, विश्व शांति व विकास को मजबूत करना और भूमंडलीकरण के युग में देशों के बीच नये संबंधों की स्थापना करनी चाहिये।
भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिव शंकर मेनन ने इस सम्मेलन की अध्यक्षता की। चीन, रूस, भारत, ब्राज़िल और दक्षिण अफ़्रीका के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस में भाग लिया। उपस्थित प्रतिनिधि मंडल ने अंतर्राष्ट्रीय स्थिति, ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग पर गहराई से विचारों का आदान-प्रदान किया और कई सहमतियाँ भी प्राप्त कीं।
10 जनवरी अपराह्न, भारतीय प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने विभिन्न देशों के प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्षों से भेंट की। इस के अलावा डाए बिंग क्वो ने दक्षिण अफ्रीका के सुरक्षा मंत्री सियाबोंगा क्वेले से भी भेंट की।
(चंद्रिमा)