दोस्तो, साल 2013 के पहले दिन डब्यू.टी.ए. द्वारा चीन के शनचन में आयोजित चीन डी टेनिस ओपन प्रतियोगिता शुरू हुई। ठीक उसी दिन चीन की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी ली ना ने भी इस सीजन का पहला मैच खेला। पहले दौर में उन्होंने लक्ज़मबर्ग की खिलाड़ी मनडेय मिनेल्ला को 6:4 और 6:0 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया। हालांकि यह मैच पहली वरीयता प्राप्त ली ना के लिए कोई खास चुनौती नहीं था। लेकिन नए सीज़न में उनके सामने कई चैलेंजेज होंगे। अब पढ़िये शनचन स्थित हमारे संवाददाता द्वारा भेजी गई एक रिपोर्ट।
हालांकि तापमान 14 डिग्री है, और धुंध छाई है। लेकिन शनचन के लुङ कांग शेन श्येन लिंग टेनिस कोर्ट में दर्शकों का उत्साह देखने लायक है। क्योंकि इस मैच में चीनी स्टार, एशिया की पहली ग्रैंड स्लैम एकल चैंपियन, और डब्यू.टी.ए. में विश्व की सातवे नंबर की प्लेयर ली ना हैं। न्यू ईयर के पहले दिन विश्व में 77वें नंबर की प्लेयर लक्ज़मबर्ग की मनडेय मिनेल्ला ली ना को टक्कर नहीं दे सकी। इस तरह ली ना ने आसानी से यह मैच जीत लिया। लेकिन नए साल पर उन्हें मौसम से चुनौती मिली, क्योंकि पहला टूर्नामेंट गर्म से सर्द स्थान पर हुआ। इस पर ली ना ने कहा कि आपको हर तरह के मौसम के अनुकूल होना पड़ेगा। एक पेशेवर खिलाड़ी के तौर पर आपको यह मौसम पसंद है या नहीं, आपको प्रतियोगिता में शामिल होना पड़ता है। मुझे बहुत खुशी है कि शनचन में इस टेनिस ओपन का आयोजन हो रहा है। क्योंकि हम साल भर विदेश में खेलने में व्यस्त रहते हैं। इसलिये अगर एक हफ्ते हम चीन में रहे, तो न सिर्फ़ खिलाड़ियों के लिये एक अच्छी बात है, बल्कि मैं अपने परिजनों व दोस्तों से भी मिल सकती हूं।
लक्ज़मबर्ग की खिलाड़ी मनडेय मिनेल्ला के साथ हुए मैच की चर्चा में ली ना ने कहा कि मुझे लगता है कि दर्शकों ने ज़रूर यह देखा है कि मैदान पर मैंने कुछ नयी तकनीक का प्रयोग किया। कभी कभी लोग नयी चीज़ें आसानी से स्वीकार नहीं कर सकते, वे नयी चीज़ों से डरते हैं, और केवल दस या बीस सालों में परिचित चीजों पर निर्भर करते हैं। पर मुझे नई तकनीकों का इस्तेमाल करने का साहस अब तक होता है, यह एक सौभाग्य की बात है।
साथ ही ली ना व उनके कोच रोद्रिक्वेज़ के बीच कोऑर्डिनेशन भी लगातार अच्छा हो रहा है। आखिर, बिना कोच के सपोर्ट के कोई भी नया प्रयोग करना आसान नहीं है। इस पर ली ना ने कहा कि जब मैं कोर्ट पर कुछ नया करना चाहती हूं, लेकिन आसपास के सभी लोग इसका विरोध करते हैं, कि मैं इसमें असफल हो सकती हूं।
ली ना की तरह और एक चीनी खिलाड़ी फंग श्वैए को भी नये साल के पहले दिन कोई मुश्किल चुनौती नहीं मिली। जापानी खिलाड़ी आयुमी मोरिटा के खिलाफ मैच उन्होंने आसानी से जीत लिया। पर ली ना की अपेक्षा, फंग श्वैए की चुनौती ज्यादा मज़ेदार है। वह है स्वादिष्ट भोजन। इस पर उन्होंने कहा कि सच कहूं मैंने कभी अपना वजन कम नहीं किया है। क्योंकि मैं भूख नहीं सह सकती। अगर भूख लगती है, तो खाती हूं, और अगर प्यास लगती है, तो पीती हूं। कोई पाबंदी नहीं है। आज मैंने एक मैक्रोब्लॉग में यह आशा जतायी है कि मैं वर्ष 2013 में खुशी से टेनिस खेलूंगी, साथ ही विश्व के सभी स्वादिष्ट भोजन भी खाऊंगी। नये साल में मेरी यही कामना है।
फंग श्वैए कहती हैं कि जब वे विदेश में खेलती हैं, तो चीनी फूड के लिये उन्हें अक्सर चीनी रेस्टोरेंट नहीं मिलता। इसलिये वे चाहती हैं कि चीन में डब्यू.टी.ए. प्रतियोगिता अधिक होनी चाहिए। शनचन टेनिस ओपन समाप्त हो चुकी है। और ली ना ने चैंपियनशिप जीत ली है, इस तरह यह नये साल में उनका यह पहला टूर्नामेंट है। हम उम्मीद करते हैं कि 2013 में भी ली ना को कोर्ट पर सफलता मिले।